कोलकाता : वर्दमान बम विस्फोट मामले की पड़ताल आज स्वयं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार(एनएसए)अजीत डोभाल ने घटनास्थल पर पहुंच कर की. उनके साथ वहां एनआइए के अधिकारी भी थी. उल्लेखनीय है कि कल ही एनआइए सूत्रों के हवाले से खबर आयी थी कि पश्चिम बंगाल में 56 आतंकवादी स्लीपर सेल सक्रिय हैं. हाल में आतंकी गतिविधियों का केंद्र पश्चिम बंगाल को बनने को लेकर गंभीर चिंता प्रकट की गयी है. बाद में राष्ट्रीय सुरक्षा व आतंकी खतरों के मद्देनजर डोभाल की राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ भी बैठक हुई.
केंद्र की ओर से कहा गया है कि वह वर्धमान मामले को लेकर पूरी तरह गंभीर है. यह भी कहा गया है कि पश्चिम बंगाल सरकार से इस मामले में सहयोग मिल रहा है.
गौरतलब है कि विगत दो अक्तूबर को बर्दवान जिले के खगरागढ़ इलाके के मकान में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें दो आंतिकयों की मौत हो गयी थी और एक जख्मी हुआ था. ऐसा पहली बार हुआ है कि नेशनल सिक्यूरिटी एडवाइजर अजित डोभाल पहली बार जहां विस्फोट हुआ है, वहां पहुंचे हैं.
यह बात मामले की गंभीरता को साबित करती है. यह मामला इसलिए गंभीर है, क्योंकि बंगाल सरकार पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगा है. आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल की राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हुई मुलाकात को अहम माना जा रहा है. इस मुलाकात का ब्योरा तो अभी मीडिया को नहीं मिला है, लेकिन इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, पश्चिम बंगाल में सक्रिय स्लीपर सेल जैसे अहम विषयों पर दोनों के बीच बात होने का अनुमान है. केंद्र व राज्य के बीच बेहतर समन्वय के जरिये आतंकी गतिविधियों को रोकने जैसे अहम मुद्दों पर दोनों पक्ष में चर्चा होने का अनुमान है.
उल्लेखनीय है कि बर्दवान धमाके का मास्टरमाइंड माने जा रहे महमूद के नेतृत्व में 2005 में जेएमबी ने बांग्लादेश में तीन सौ स्थानों पर बम प्लांट किया था, इनमें से सिर्फ एक स्थान पर बम विस्फोट हुआ था. शेष बमों को बांग्लादेश की सेना एवं पुलिस ने बरामद कर लिया था.