बर्दवान विस्फोट में अबतक कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं
नयी दिल्ली : बर्दवान विस्फोट के एक महीने बाद भी लगता है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी :एनआईए: को कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लगा है और फरार आरोपियों को वह अभी तक नहीं पकड पाई है. बर्दवान जिले के खागरागढ इलाके में एक घर के अंदर दो अक्तूबर को हुए विस्फोट के बाद जांच एजेंसी […]
नयी दिल्ली : बर्दवान विस्फोट के एक महीने बाद भी लगता है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी :एनआईए: को कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लगा है और फरार आरोपियों को वह अभी तक नहीं पकड पाई है.
बर्दवान जिले के खागरागढ इलाके में एक घर के अंदर दो अक्तूबर को हुए विस्फोट के बाद जांच एजेंसी को शुरुआत में सफलता हासिल हुई थी लेकिन अधिकतर आरोपी अब तक फरार हैं. पहले वह पश्चिम बंगाल पुलिस की पकड में नहीं आए और फिर एनआईए को गच्चा दे गए.
जांच के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) की योजनाओं के बारे में अभी तक ठोस साक्ष्य नहीं मिला है. जेएमबी बांग्लादेश सरकार के नेताओं को निशाना बनाने का षड्यंत्र कर रहा था. बर्दवान मॉड्यूल का सरगना माना जा रहा मुख्य आरोपी साजिद ,समझा जाता है कि पश्चिम बंगाल पुलिस को चकमा दे गया.
खागरागढ के एक घर में दो अक्तूबर को हुए विस्फोट में एक व्यक्ति शकील अहमद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और दूसरे व्यक्ति सोवन मंडल की अस्पताल में मौत हो गई. समझा जाता है कि दोनों आतंकवाद से जुडे हुए थे. सूत्रों ने कहा कि विस्फोट में जख्मी हसन साहब ने जांच एजेंसी के कर्मियों को कुछ जानकारी दी जिसके बाद एक मृत व्यक्ति की पत्नी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसी जानकारी के आधार पर असम से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया.