संवाददाता, कोलकाता
बांग्लादेश में अशांति के मद्देनजर, बीएसएफ की उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने बुधवार को भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. किसी भी संभावित सुरक्षा के खतरे से निबटने के लिए हाइअलर्ट की स्थिति घोषित की गयी है. सभी स्तरों पर कमांडरों को किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से निबटने के लिए अत्यधिक सतर्कता और तैयारी बनाये रखने का निर्देश दिया गया है. जनशक्ति बढ़ाने और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों के गठन के साथ सीमा पर 24 घंटे निगरानी रखने का निर्देश दिया है. भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा 4,096 किलोमीटर तक फैली हुई है, जिसमें से 936.41 किलोमीटर बीएसएफ के उत्तरी बंगाल फ्रंटियर के अधिकार क्षेत्र में है, जो दक्षिण दिनाजपुर जिले से कूचबिहार जिले तक पश्चिम बंगाल के पांच जिलों तक फैली हुई है. उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने चार बीएसएफ सेक्टरों के तहत कुल 18 बीएसएफ बटालियन तैनात की हैं, जो सभी अब हाइ अलर्ट पर हैं. पूरी सीमा के अलावा सभी लैंड कस्टम स्टेशनों (एलसीएस) पर भी निगरानी बढ़ा दी गयी है.
सीमा चैकियों (बीओपी) पर जनशक्ति भी बढ़ा दी गयी है और सीमा की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए सभी निगरानी उपकरणों का उनकी पूरी क्षमता से उपयोग किया जा रहा है. उप-इकाइयों को उच्च सतर्कता बनाये रखने और किसी भी प्रतिकूल स्थिति से तुरंत निबटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करने के लिए खुफिया अभियानों को बढ़ाया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी उभरते खतरे की तुरंत पहचान की जाये और उसे बेअसर किया जाये.
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