शाह की सभा को लेकर गरमायी राजनीति

कोलकाता: प्रदेश भाजपा की ओर से धर्मतल्ला में विक्टोरिया हाउस के सामने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में सभा की जायेगी. हालांकि कोलकाता पुलिस ने इस सभा के लिए अब तक अनुमति नहीं दी है. सभा को लेकर मामला हाइकोर्ट में विचाराधीन है. इसी बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने महानगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2014 1:50 AM

कोलकाता: प्रदेश भाजपा की ओर से धर्मतल्ला में विक्टोरिया हाउस के सामने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में सभा की जायेगी. हालांकि कोलकाता पुलिस ने इस सभा के लिए अब तक अनुमति नहीं दी है. सभा को लेकर मामला हाइकोर्ट में विचाराधीन है.

इसी बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने महानगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 30 नवंबर की सभा के लिए कोलकाता पुलिस अनुमति दे या नहीं दे, पार्टी की सभा विक्टोरिया हाउस के सामने ही होगी. अगर इस सभा को लेकर यहां कानून व्यवस्था में कोई गड़बड़ी होती है, तो इसके लिए कोलकाता पुलिस जिम्मेवार होगी. गणतांत्रिक देश में नियम सभी के लिए बराबर होते हैं. एक पार्टी को विक्टोरिया हाउस के सामने सभा करने की अनुमति दी जायेगी और दूसरे को नहीं, ऐसा नहीं होने दिया जायेगा.

राहुल सिन्हा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस द्वारा वाम मोरचा के शासनकाल से ही विक्टोरिया हाउस के सामने सभा होती आ रही है. तब पुलिस को कोई आपत्ति नहीं थी. तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी ने फिर से यहां दो बार 21 जुलाई को सभा कर चुकी है, उस समय पुलिस को क्यों आपत्ति नहीं थी. अब जब भाजपा ने यहां सभा के लिए अनुमति मांगी है, तो पुलिस को क्यों एतराज है.

भाजपा की ओर से यहां सभा करने की अनुमति प्रदान करने के लिए बीते 22 जुलाई को ही आवेदन किया गया था, लेकिन पिछले पांच महीने में कोलकाता पुलिस ने उनके आवेदन के बारे में कुछ नहीं कहा. यहां तक कि पार्टी के प्रतिनिधि प्रत्येक 15-20 दिन पर कोलकाता पुलिस से संपर्क करते थे और नवंबर में भी पार्टी की ओर से चार पत्र कोलकाता पुलिस को सौंपे गये, लेकिन जैसे ही सभा की तिथि नजदीक आयी, कोलकाता पुलिस ने सभा की मंजूरी नहीं दी.

उन्होंने कहा कि अब भाजपा ने भी तय कर लिया है कि 30 नवंबर को होनेवाली सभा विक्टोरिया हाउस के सामने ही होगी. कोलकाता पुलिस इसके लिए अनुमति देती है या नहीं, उससे पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट ने भी साफ कर दिया है कि अगर पार्टी सभी नियमों का पालन करती है, तो उसे भी सभा करने की अनुमति दी जा सकती है.

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