पहली बार विक्टोरिया क्रॉसिंग पर भाजपा की सभा,ऐतिहासिक भीड़ का गवाह बना धर्मतल्ला
कोलकाता: धर्मतल्ला में इससे पहले भी भाजपा की सभा हुई थी. रानी रासमणि रोड में हो या वाइ चैनल के निकट, भाजपा की कई सभाएं हो चुकी हैं. लेकिन रविवार को विक्टोरिया हाउस के समक्ष भाजपा के उत्थान दिवस की सभा ऐतिहासिक भीड़ की गवाह बनी. धर्मतल्ला में पहली बार विक्टोरिया हाउस के सामने से […]
कोलकाता: धर्मतल्ला में इससे पहले भी भाजपा की सभा हुई थी. रानी रासमणि रोड में हो या वाइ चैनल के निकट, भाजपा की कई सभाएं हो चुकी हैं.
लेकिन रविवार को विक्टोरिया हाउस के समक्ष भाजपा के उत्थान दिवस की सभा ऐतिहासिक भीड़ की गवाह बनी. धर्मतल्ला में पहली बार विक्टोरिया हाउस के सामने से लेकर केसी दास, मेट्रो चैनल व डोरिना क्रॉसिंग चौराहे तक भाजपा समर्थकों का जमावड़ा था. सुबह से ही सभास्थल पर राज्य के सुदूर क्षेत्र से भाजपा समर्थकों का आना शुरू हो गया था.
मेदनीपुर हो या पुरुलिया, बर्दवान हो या नदिया सभी जिले से बसों द्वारा भाजपा समर्थक दोपहर दो बजे तक बड़ी संख्या में सभास्थल पर पहुंच चुके थे. भाजपा सूत्रों की मानें, तो 150 से अधिक संख्या में निजी बसों से भाजपा समर्थक रविवार की सभा में पहुंचे थे. हाथों में भाजपा का झंडा, किसी के चेहरे पर मोदी का मास्क, या कमल का बड़ा प्रतीक चिह्न्. आनेवाले बसों की पार्किग की व्यवस्था पुलिस द्वारा सेंट्रल एवेन्यू व मैदान इलाके में की गयी थी. सुबह से सियालदह व हावड़ा स्टेशन से भी हजारों-हजारों की संख्या में भाजपा समर्थक पहुंचे. हावड़ा से भी भारी संख्या में भाजपा समर्थक पहुंचे. महानगर की हृदयस्थली धर्मतल्ला सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक थम-सी गयी थी. महानगर के विभिन्न क्षेत्रों से भारी कई जुलूस विभिन्न रास्तों से होते हुए धर्मतल्ला पहुंची.
सभी धर्मो का सम्मान करना ही सनातन धर्म
धर्मतल्ला में प्रदेश भाजपा के उत्थान दिवस समारोह को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अचानक रुक गये. जब शाह भाषण दे रहे थे, तभी विक्टोरिया हाउस के सामने टीपू सुलतान मसजिद में अजान शुरू हो गयी. तभी श्री शाह ने सनातन धर्म में कही गयी बात, हर धर्म का करो सम्मान के पथ पर चलते हुए अपने भाषण को रोक दिया. अजान की आवाज शांत होते ही उन्होंने कहा कि हरेक धर्म का सम्मान हमारे सनातन धर्म में कहा गया है.
अपनी राजनीतिक सूझबूझ का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि वह ममता बनर्जी को कोई मौका नहीं देना चाहते हैं. उन्होंने कहा : अगर मैं शांत नहीं होता, तो ममता बनर्जी को मौका मिल जाता और वह इस मुद्दे पर राजनीति कर तृणमूल लोगों को भड़कातीं. भाजपा को बदनाम करने की साजिश करतीं. साथ ही दीदी इसी मुद्दे को बड़ा हथियार बना कर भाजपा को भविष्य में किसी भी सभा करने की अनुमति नहीं देती. भाजपा किसी भी धर्म के नाम पर नहीं, बल्कि विकास के नाम पर राजनीति करती है. बंगाल में भी भाजपा की यही राजनीतिक नीति रहेगी.
कोर्ट से अनुमति मिलना जनता की जीत
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि यहां उनकी रैली के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय से अनुमति मिलना वास्तव में जनता की जीत है. श्री शाह ने महानगर पहुंचने के बाद फेसबुक पर डाले एक पोस्ट में कहा कि राज्य सरकार की ओर से कई बाधाएं डाले जाने के बावजूद वह कोलकाता में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे. इसके लिए उच्च न्यायालय से अनुमति मिलना जनता की जीत है. शनिवार को शहर के नगर निगम और दमकल विभाग ने श्री शाह की रैली के लिए हरी झंडी दे दी थी. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को यह सुनिश्चित करने के लिए दो विशेष अधिकारियों की नियुक्ति की थी कि आम सभा में दमकल विभाग और निगम के नियमों को माना जाये. गौरतलब है कि इस सभा को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन ने काफी अड़चनें पैदा की थीं.
बर्दवान विस्फोट में लगा सारधा का पैसा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को यहां राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. भाजपा के उत्थान दिवस के मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है. अगले वर्ष जब भाजपा का उत्थान दिवस होगा तो वह भाजपा के लिए भले ही उत्थान दिवस होगा लेकिन तृणमूल कांग्रेस के लिए पतन दिवस होगा. सारधा चिटफंड घोटाला और बर्दवान विस्फोट कांड को लेकर शाह ने तृणमूल कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बर्दवान विस्फोट के आरोपियों को बचाने की कोशिश की.
एनआइए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) जांच का विरोध क्यों किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि सारधा का पैसा बर्दवान विस्फोट में लगा. तृणमूल नेता भी इस कांड से जुड़े हैं. कहीं न कहीं सारधा का पैसा और बर्दवान विस्फोट कांड एक जगह आकर मिल जाते हैं. सीबीआइ इसकी जांच भी करेगी. उन्होंने कहा कि वाम मोरचा के कुशासन के बाद आयी तृणमूल कांग्रेस के साढ़े तीन वर्ष के शासनकाल में भी हालात नहीं बदले. चाय बागान में 16 हजार श्रमिकों के सामने संकट है. राज्य में कल कारखाने बंद हो गये हैं. सिंगुर में 1200 किसानों के लिए ममता ने आमरण अनशन किया था. लेकिन सारधा घोटाले में 17 लाख लोगों की पूंजी चली गयी. तब ममता सड़क पर क्यों नहीं उतरीं. उन्हें यह जवाब देना होगा कि आखिर वह क्यों सारधा के दोषियों को बचा रही हैं.
क्या वह कह सकती हैं कि जिन्हें सीबीआइ ने पकड़ा है वह निदरेष हैं. शाह ने दावा किया कि महाराष्ट्र, हरियाणा के बाद झारखंड, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में भी भाजपा की सरकार बनेगी. लेकिन पार्टी को तभी खुशी होगी जब उसकी सरकार बंगाल में बने. पश्चिम बंगाल भी देश का नंबर वन राज्य बन सकता है. अगले वर्ष कोलकाता नगर निगम के चुनाव से तृणमूल के पतन की शुरुआत होगी. एक बार भाजपा का मेयर निगम में बन जाये तो समूचे पश्चिम बंगाल में भाजपा फैल जायेगी. पश्चिम बंगाल अभी पिछड़ा हुआ है लेकिन इसके विकास की शुरुआत कोलकाता से ही होगी. तृणमूल को यहां पर जड़ से उखाड़ फेंका जायेगा. मोदी का विजय रथ बंगाल में भी चलेगा. ममता बनर्जी वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं और वह अधिक दिनों तक जनता को मूर्ख नहीं बना सकतीं. यह स्पष्ट दिख रहा है कि बंगाल डेढ़ वर्षो में परिवर्तन की राह पर दौड़ पड़ेगा.
धर्मतल्ला के विक्टोरिया हाउस के पास रविवार को भाजपा की ओर से उत्थान दिवस पर आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या में पार्टी समर्थकों ने शिरकत की. अमित शाह की इस जनसभा को प्रशासन की ओर से इजाजत नहीं मिलने के बाद विवाद खड़ा हो गया था. बाद में भाजपा ने कलकत्ता हाइकोर्ट का रुख किया. अदालत की ओर से इंतजामों को देखने के लिए दो विशेष अधिकारियों की नियुक्ति किये जाने के बाद शनिवार को कोलकाता नगर निगम ने इस सभा के लिए मंजूरी दे दी.