सारधा समूह: मिट गया अस्तित्व, पर वेबसाइट बरकरार

कोलकाता: सारधा समूह का भले ही एक साल पहले भंडाफोड़ हो चुका हो, लेकिन समूह का वेबसाइट अभी भी मौजूद है. इसी वेबसाइट के जरिये गरीबों को प्रलोभन के जाल में फांस कर उनसे चिटफंड योजनाओं में निवेश कराया गया था और उन्हें अपनी मेहनत की कमाई से महरूम होना पड़ा था. वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2014 2:38 AM

कोलकाता: सारधा समूह का भले ही एक साल पहले भंडाफोड़ हो चुका हो, लेकिन समूह का वेबसाइट अभी भी मौजूद है. इसी वेबसाइट के जरिये गरीबों को प्रलोभन के जाल में फांस कर उनसे चिटफंड योजनाओं में निवेश कराया गया था और उन्हें अपनी मेहनत की कमाई से महरूम होना पड़ा था. वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट सारधाग्रुप डॉट बिज को अब भी इंटरनेट पर ढूंढ़ा जा सकता है. वेबसाइट में पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, ओड़िशा और नयी दिल्ली में फैले उसके 69 शाखा कार्यालयों का पता और संपर्क नंबर तथा ईमेल आइडी मौजूद है. चिटफंड कंपनी को बंद हुए 20 माह हो गये.

वेबसाइट पर आता है संदेश

आपने चाहा हमने पूरा किया. सारधा समूह कंपनी देश के बेहतर विकास के लिए नये युग में ले जाता है. हमने हमेशा ही शिक्षा, और सामाजिक सुधार के साथ समुदाय के विकास को महत्व दिया है. हम नैतिक मूल्यों को प्रमुखता देते हैं. नयी सुबह के साथ जल्द ही कई अन्य सफल उपक्रमों को शुरू किया जायेगा. यह समूह नवाचार, गुणवत्ता, विशिष्टता और सामाजिक चेतना पर काम करता है. साथ ही12 वर्ष पहले शुरू हुए समूह के बारे में परिचय है.

इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी : सुदीप्त सेन तथा देबजानी मुखर्जी, तृणमूल कांग्रेस के सांसद सृंजय बोस, निलंबित पाटी सांसद कुणाल घोष, पूर्व पश्चिम बंगाल पुलिस महानिदेशक रजत मजुमदार, असमिया गायक सदानंद गोगोई, इस्ट बंगाल क्लब अधिकारी देबव्रत सरकार और कारोबारी संधीर अग्रवाल.

ये कंपनियां हैं : सारधा कंस्ट्रक्शन, सारधा रियल्टी, लैंडमार्क सीमेंट, सारधा एग्रो, सारधा एड्यूकेशन हब, सारधा टी एस्टेट, सारधा हेल्थ रिजॉर्ट्स, सारधा टुअर्स एंड ट्रवेल्स, सारदा शॉपिंग मॉल और सारधा एक्सपोर्ट्स.

हम इस मामले में जांच करेंगे कि वेबसाइट अब भी कैसे बरकरार है. ऐसा संभव है कि वेबसाइट को बनानेवाली एजेंसी को रकम भुगतान किये गये हैं. हमें इस संबंध में पड़ताल करनी होगी.
सीबीआइ अधिकारी

Next Article

Exit mobile version