सैलानियों की दो बस दुर्घटनाग्रस्त, 31 घायल

अंडाल : अंडाल थाना अंतर्गत काजोड़ा मोड़ के समीप रविवार की देर शाम पिकनिक कर लौट रही दो टूरिस्ट बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयीं. इनमें सवार 31 यात्री घायल हो गये. इलाज के लिये उन्हें इसीएल के काजोड़ा रीजनल अस्पताल में दाखिल कराया गया. तीन की हालत गंभीर होने पर उन्हें आसनसोल जिला अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2014 10:52 PM

अंडाल : अंडाल थाना अंतर्गत काजोड़ा मोड़ के समीप रविवार की देर शाम पिकनिक कर लौट रही दो टूरिस्ट बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयीं. इनमें सवार 31 यात्री घायल हो गये. इलाज के लिये उन्हें इसीएल के काजोड़ा रीजनल अस्पताल में दाखिल कराया गया. तीन की हालत गंभीर होने पर उन्हें आसनसोल जिला अस्पताल रेफर किया गया.

जानकारी के अनुसार रविवार की शाम मैथन डैम से पिकनिक कर उलबेड़िया (हावड़ा) लौट रही यात्रियों से भरी टूरिस्ट बस नेशनल हाइवे दो के काजोड़ा मोड़ स्थित काजोड़ा रिजनल अस्पताल के समीप सड़क को सिक्स लेन के लिये बनाये जा रहे गड्ढ़े में अनियंत्रित होकर गिर गयी. जिससे इसमें सवार 19 यात्री घायल हो गये. दुर्घटना के बाद चीख-पुकार मच गयी. स्थानीय निवासियों ने यात्रियों को बस से बाहर निकालकर स्थानीय काजोड़ा रिजनल अस्पाल में भरती कराया. बस में कुल 70 यात्री सवार थे. दुर्घटना में घायल यात्रियों के अनुसार बस चालक नशे में धुत था, जिसके कारण बस अनियंत्रित होकर गड्ढ़े में गिर गई.

इस घटना के आधे घंटे के पश्चात पंचेत डैम से 82 सैलानियों को लेकर बोलपुर लौट रही बस काजोड़ा मोड़ के समीप सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई. जिससे बस में सवार 12 यात्री घायल हो गए. पहले घटी दुर्घटना के कारण काजोड़ा मोड़ में निवासियों की भीड़ रहने से दूसरी बस सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई. इस दुर्घटना में घायल 12 यात्रियों को काजोड़ा रिजनल अस्पताल में भरती कराया गया. अभिजीत राय, अरिजीत कुंडू तथा अश्विनी घोष की हालत गंभीर देखते हुए तीनों को आसनसोल जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जबकि अन्य घायलों का इलाज काजोड़ा रिजनल अस्पताल में चल रहा है. बस में सवार इंस्टीच्यूट की शिक्षिका निवेदीता भट्टाचार्य ने बताया कि वे लोग पंचेत से पिकनिक मना कर वापस बोलपुर लौट रहे थे.बस में सवार अधिकांश यात्री छात्र है.

ट्रेनों से हो रही कोयला तस्करी

आसनसोल. आसनसोल रेलवे स्टेशन सात नंबर प्लेटफार्म कोयला तस्करों का कार्यक्षेत्र बन गया है. विभिन्न ट्रेनों में सैकड़ों बोरा कोयला रानीगंज, दुर्गापुर, बर्दवान आदि स्टेशनों के लिए भेजा जाता है. यात्रियों के अनुसार कभी-कभार 50-100 बोरा कोयला जब्त किया जाता है, लेकिन कोयला ले जाने वालों को नहीं पकड़ा जाता है. सात नंबर प्लेटफार्म के बाहर परित्यक्त क्वार्टरों में कोयला जमा होता है. ट्रेन आने से ठीक पहले कोयला के बोरों को प्लेटफार्म पर लाया जाता है. ट्रेन आते ही बोरों को विभिन्न बोगियों में चढ़ा दिया जाता है. हर दिन सैकड़ों बोरा कोयला लादा जाता है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी होती है. कोयला के बोरों को सीटों के नीचे रखा जाता है. यात्री जब इसका विरोध करते हैं तो कोयला ले जाने वाले मारपीट करने पर उतर आते हैं.

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