कोलकाता : सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में हुए तीन स्तरीय पंचायत चुनावों में 17 में से 13 जिला परिषदों में जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस को केवल मुर्शिदाबाद में जीत हासिल हुई.
तृणमूल कांग्रेस का दक्षिण बंगाल के 12 में से 11 जिला परिषदों में क्लीन स्वीप और उत्तर बंगाल के पांच में से दो में जीत दर्ज करना दर्शाता है कि ढाई वर्षों की सत्ता विरोधी लहर एवं सारधा चिटफंड घोटाले सहित विवादों के बावजूद लोगों का ममता बनर्जी सरकार पर विश्वास कम नहीं हुआ.
टीएमसी ने न केवल दक्षिण बंगाल में अच्छा प्रदर्शन किया बल्कि उत्तर बंगाल में भी इसने जीत हासिल की जहां इसे कूच बिहार और दक्षिण दीनाजपुर में जीत मिली.
पार्टी ने हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, वर्द्धमान, बीरभूम, नदिया, कूच बिहार और दक्षिण दीनाजपुर जिलों में जीत दर्ज की.
सत्तारुढ़ दल को बांकुरा, पुरुलिया और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों सहित माओवादियों के तीन गढ़ों में भारी जीत मिली.
पूर्वी मेदिनीपुर जिले में टीएमसी ने नंदीग्राम को छोड़कर भारी बहुमत हासिल किया जहां पार्टी को तृणमूल के पूर्व समर्थकों से संघर्ष करना पड़ा जिन्होंने निर्दलीय के रुप में चुनाव लड़े थे.
नंदीग्राम के ब्लॉक एक एवं ब्लॉक दो में 17 ग्राम पंचायत सीटों में से तृणमूल के आधिकारिक उम्मीदवारों ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि निर्दलीय को तीन सीटें और एक सीट वाम दल को मिली.