हावडा (कोलकाता) : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने छेडछाड का विरोध करने पर की गयी एक युवक की हत्या को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने में पुलिस की नाकामी पर नाराजगी जतायी और कहा कि पहले दिन ही कार्रवाई हो जानी चाहिए थी.
मुख्यमंत्री ने हावडा जिले के सल्किया में स्थित पीडित अरुप भंडारी के घर का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘यह दो समूहों के बीच झडप थी. एक घटना हुई. यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यह भी पता करना होगा कि किस महिला के साथ छेडछाड हुई.’ ममता के पास राज्य के गृह विभाग का भी प्रभार है.
उन्होंने पीडित के माता पिता से मिलने के बाद पुलिस की भूमिका को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा, ‘पुलिस को पहले ही दिन (घटना होने के) कार्रवाई करनी चाहिए थी.’ ममता ने पुलिस से दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए कहा और पीडित के माता पिता को यह भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस को दोषियों की गिरफ्तारी के लिए कडे कदम उठाने चाहिए. कॉलेज छात्र अरप भंडारी (20) की सोमवार को मौत हो गयी थी. उसे सरस्वती पूजा के दौरान दो लडकियों के खिलाफ अभद्र भाषा का विरोध करने पर आरोपियों ने पीटा था.
इस बीच वाम मोर्चा, एसयूसीआई और कांग्रेस दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए आज हावडा जिले में 12 घंटे का बंद किया. अरुप के दो समूहों के बीच संघर्ष में घायल होने की बात को खारिज करते हुए उसके भाई अमर ने आज संवाददाताओं से कहा, ‘यह दो समूहों के बीच संघर्ष का मामला नहीं है बल्कि छेडखानी का मामला है जिसका मेरे भाई ने विरोध किया और उसकी हत्या कर दी गयी.’