कोलकाता: महानगर की सड़कों से बहुत जल्द अब पीले रंग अंबासडर टैक्सियां नदारद हो सकती हैं. राज्य सरकार ने इन मीटर टैक्सियों की बजाय अब विशेष प्रकार का वाहन चलाने का फैसला किया है, जिसमें एक साथ पांच लोगों को बैठा कर विभिन्न स्थानों पर पहुंचाया जा सकता है. इस संबंध में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) के उप चेयरमैन सब्यसाची बागची ने कहा कि पहले चरण में राज्य सरकार ने मुंबई की भांति 4500 प्रीमियर पद्मिनी टैक्सियां चलाने का फैसला किया है.
इसके लिए राज्य सरकार द्वारा क्रेताओं को 25 हजार रुपये का कैश इंसेटिव भी प्रदान किया जायेगा. गौरतलब है कि हिंदुस्तान मोटर अभी भी अंबासडर का निर्माण कर रही है, लेकिन प्रीमियर ऑटोमोबाइल लिमिटेड ने वर्ष 2000 में ही पद्मिनी टैक्सियों का उत्पादन बंद कर दिया था और प्रीमियर पद्मिनी टैक्सियों के उत्पादन कार्य में जुट गयी थीं.
हिंदुस्तान मोटर करीब पिछले 50 वर्षो से अंबासडर का उत्पादन कर रही हैं, लेकिन अंबासडर के डिजाइन में कोई खास बदलाव नहीं किया. कई महानगरों ने अंबासडर के बीएस 3 श्रेणी के वाहनों की बिक्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन कोलकाता में इसकी बिक्री जारी थी. हालांकि अंबासडर को बीएस 4 का प्रमाण पत्र मिल चुका है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा अंबासडर की बजाय प्रीमियर पद्मिनी उतारने की घोषणा के बाद हिंदुस्तान मोटर को काफी नुकसान हो सकता है. राज्य सरकार ने यहां पहले चरण में 4500 पद्मिनी कार उतारने का फैसला किया है.