ग्रामीणों के साथ जुड़ाव के लिए बर्धवान में नाइट स्टे का कार्यक्रम
बर्धवान (पश्चिम बंगाल) : लोगों के बीच पहुंच और उनके साथ जुड़ाव बनाने के लिए पश्चिम बंगाल के बर्धवान जिले के प्रशासन ने एक नया तरीका तरीका निकालते हुए नाइट स्टे यानी रात्रि प्रवास का कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन के अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ किसी भी चुने […]
बर्धवान (पश्चिम बंगाल) : लोगों के बीच पहुंच और उनके साथ जुड़ाव बनाने के लिए पश्चिम बंगाल के बर्धवान जिले के प्रशासन ने एक नया तरीका तरीका निकालते हुए नाइट स्टे यानी रात्रि प्रवास का कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन के अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ किसी भी चुने गये गांव में एक रात के लिए रूकते हैं ताकि उस क्षेत्र का प्रत्यक्ष जायजा लिया जा सके और सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के ग्रामीणों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन किया जा सके.
एडीएम, एसडीओ और बीडीओ जैसे पदों के अधिकारियों का यह दल ग्रामीणों से उनकी समस्याओं और जरूरतों के बारे में बात करता है.बर्धवान जिला मजिस्ट्रेट सौमित्र मोहन ने कहा, मैं, बीडीओ, एसडीओ, एडीएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों समेत सभी अफसर किसी एक सुदूर गांव को चुनते हैं और फिर जिला एवं ब्लॉक स्तर के सभी महत्वपूर्ण सरकारी पदाधिकारी और लोग एकत्र होते हैं. यह बैठक आमतौर पर शाम सात बजे शुरू हो जाती है और संवाद की प्रकृति के आधार पर रात 11 बजे तक चलती है.
मोहन ने कहा कि बैठकें शाम को आयोजित की जाती हैं क्योंकि तब तक अधिकतर ग्रामीण काम से वापस आ जाते हैं. अधिकारी और जनता के प्रतिनिधि ग्रामीणों के साथ फर्श पर ही आमने-सामने बैठते हैं.डीएम ने कहा, हम उनकी समस्याओं पर जवाब देते हैं और उनमें से अधिकतर समस्याओं को वहीं सुलझाने की कोशिश करते हैं. जिन समस्याओं के लिए आर्थिक वादे की जरूरत होती है, उन्हें लिख लिया जाता है और बाद में उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाया जाता है.