कोलकाता: मेयर शोभन चटर्जी व उनके मेयर परिषद के एक महत्वपूर्ण सदस्य शम्शुज्जमां अंसारी में जम कर ठन गयी है. स्थिति इतनी बिगड़ गयी है कि श्री अंसारी ने मंगलवार से अपने दफ्तर नहीं आने का एलान कर दिया है.
विवाद की वजह
इस पूरे विवाद की जड़ गार्डेनरीच इलाके में स्थित चार कट्ठा जमीन का एक टुकड़ा है. श्री अंसारी का कहना है कि 1956 में अहमद अली हल्दर नामक एक व्यक्ति ने उक्त जमीन को खरीदा था. भूमि व भूमि विकास विभाग के अनुसार उस चार में से डेढ़ कट्ठा जमीन वेटलैंड (जलाभूमि) के रूप में दर्ज है. बाद में यह इलाका कोलकाता नगर निगम के अंतर्गत आ गया. निगम इस जमीन से कर भी लेने लगा. पर निगम के दस्तावेज में कहीं भी उस जमीन के वेटलैंड का होना दर्ज नहीं था. 29 जुलाई 2013 को निगम ने उस जमीन पर निर्माण के लिए बिल्डिंग प्लान को भी मंजूरी दे दी.
नेता पर धमकाने का आरोप
श्री अंसारी ने आरोप लगाया कि बिल्डिंग प्लान पास होने के बाद तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष व 138 नंबर वार्ड की पार्षद के पति खालिक मोल्ला ने जमीन मालिक को धमकी दी और उससे एक कट्ठा जमीन अथवा 25 लाख रुपये देने की मांग की.
मेयर ने बिल्डिंग प्लान रद्द करवायाश्री अंसारी ने इलजाम लगाया कि जमीन के मालिक द्वारा मांग ठुकराये जाने के बाद खालिक मोल्ला मेयर शोभन चटर्जी से मिला और उसे अपने साथ मिला कर बिल्डिंग प्लान को स्थगित करवा दिया. इसके लिए निगम की धारा 397 का सहारा लिया गया.
गार्डेनरीच में हो रहे अवैध निर्माण
श्री अंसारी ने आरोप लगाया कि गार्डेनरीच में काफी अवैध निर्माण हो रहे हैं, जिसमें मेयर की मिलीभगत है. मेयर इलाके में अवैध निर्माण एवं गुंडागर्दी को बढ़ावा दे रहा है. मेयर के इस रवैये के खिलाफ वह मंगलवार से अपने दफ्तर नहीं आयेंगे. श्री अंसारी ने कहा : पार्टी चाहे जो भी कर ले, उन्हें उसकी परवाह नहीं है. जरूरत पड़ने पर वह मेयर परिषद का पद भी छोड़ देंगे.
समस्या जल्द हल कर लेंगे : मेयर
श्री अंसारी के इस विस्फोटक बयान पर जब मेयर से प्रतिक्रिया मांगी गयी तो उन्होंने दावा किया कि इस मुद्दे पर उन्होंने शम्शुज्जमां अंसारी से बात की है. कुछ समस्या हुई है, पर जल्द ही हम लोग मिल कर उसे हल कर लेंगे. सूत्रों के मुताबिक, अंसारी पर पार्टी की ओर से कार्रवाई हो सकती है.