13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

18000 बांग्लादेशियों का नहीं है कोई पता

कोलकाता: पड़ोसी देश बांग्लादेश से प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक भारत आते हैं. भारत के इस सफर में उनका मुख्य पड़ाव कोलकाता होता है. अधिकतर बांग्लादेशी यहां इलाज एवं सैर-सपाटे के लिए आते हैं. वर्ष 2012-13 में भारत आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या 483464 है. विदेशी पर्यटकों का आना देश की आर्थिक […]

कोलकाता: पड़ोसी देश बांग्लादेश से प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक भारत आते हैं. भारत के इस सफर में उनका मुख्य पड़ाव कोलकाता होता है. अधिकतर बांग्लादेशी यहां इलाज एवं सैर-सपाटे के लिए आते हैं. वर्ष 2012-13 में भारत आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या 483464 है. विदेशी पर्यटकों का आना देश की आर्थिक स्थिति के लिए अच्छी बात है, पर चिंता की बात यह है कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक वापस अपने देश नहीं जा रहे हैं.

केंद्रीय गृह मंत्रलय द्वारा राज्य को भेजी गयी एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012 में भारत की सैर पर आये बांग्लादेशी नागरिकों में से 16531 का कोई पता अभी तक नहीं चल पाया है. इस वर्ष जून तक यह संख्या 18 हजार के आंकड़े को पार कर गयी है. नयी दिल्ली के अनुसार लापता हुए सभी बांग्लादेशी नागरिक केवल पश्चिम बंगाल में ही छिपे हुए नहीं हैं. बल्कि उनमें से काफी पूर्व भारत के विभिन्न जिलों में छिप गये हैं.

गृह विभाग को संदेह है कि इनमें से कुछ का संबंध आतंकवादी संगठन से भी है. पश्चिम बंगाल में छिपे बांग्लादेशी नागरिकों के कोलकाता व उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में आश्रय लेने की संभावना है. खुफिया विभाग के अनुसार साल्ट लेक व राजारहाट में कईयों के छिपने की खबर है. केंद्रीय गृह विभाग ने राज्य सरकार से इन इलाकों में चौकसी बढ़ाने के लिए कहा है. केंद्र की इस रिपोर्ट ने राज्य को परेशानी में डाल दिया है. इस मुद्दे पर मंगलवार को राज्य पुलिस के डायरेक्टर जनरल एक बैठक करने वाले हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें