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प्लास्टिक के बोतल से पानी पीना करें बंद

सिलीगुड़ी: कैंसर वाकई एक खतरनाक रोग है. दो दशक पहले मुहल्ले में किसी एक को कैंसर से मरते देखा या सुना जाता था, लेकिन आज हमारी गलत जीवन-शैली के कारण हर घर में एक कैंसर पीड़ित है. हमें जानना चाहिए कि कैंसर कैसे होता है, और इसके बचने के क्या उपाय हैं. अक्सर महिलाओं के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2013 7:21 AM

सिलीगुड़ी: कैंसर वाकई एक खतरनाक रोग है. दो दशक पहले मुहल्ले में किसी एक को कैंसर से मरते देखा या सुना जाता था, लेकिन आज हमारी गलत जीवन-शैली के कारण हर घर में एक कैंसर पीड़ित है. हमें जानना चाहिए कि कैंसर कैसे होता है, और इसके बचने के क्या उपाय हैं. अक्सर महिलाओं के मामले में देखा जाता है कि जब कैंसर अंतिम स्टेज में आता है, तब वह डॉक्टर के पास आती हैं.

यह कहना है उत्तर बंग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ स्वप्नेंदु बसु का. वह मंगलवार को सिलीगुड़ी कॉलेज, एनएसएस फोर यूनिट द्वारा आयोजित कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे. इस यूनिट की ओर से एनएसएस का 44 वां स्थापना दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ विद्यावती अग्रवाल सहित भारी संख्या में छात्र-छात्राएंउपस्थित थे.

डॉ बसु ने बताया कि किशोरावस्था के बाद युवतियों को चाहिए तीन साल में एक बार मेमोग्राफी करवा लें. यदि ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण प्रांरभिक स्थिति में हो, तो इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि हमारे गलत खान-पान के चलते अपने स्वास्थ्य को बिगाड़ रहे हैं.

जंक फूड हमारे लिए हानिकारक है, लेकिन इसे खाना हमारे लिए स्टेटस मैनेटेन करने जैसा है. वहीं हम कांच, पीत्तल, स्टील की जगह बोतल में पानी पीने के आदि हैं. प्लास्टिक के बर्तन में खाना खाना या प्लास्टि के बोतल से पानी पीना अप्रत्यक्ष रूप से कैंसर को निमंत्रण देना है. हम घरों में पैंट्स के गंध से स्वयं को बचायें, गुटखा और धूम्रपान और शराब को बाय-बाय कह देने में ही हमारी भलाई है.

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