-हावड़ा स्टेशन के पास से गुरुवार दोपहर को हुई गिरफ्तारी
-बांग्लादेशी आतंकी संगठन जेएमबी के सक्रिय सदस्य के तौर पर करता था काम
-राज्य में मुर्शीदाबाद और बर्धवान के मदरसों में दे रहा था जेहादी ट्रेनिंग
-बीरभूम में डालिम शेख व तल्हा शेख के साथ मिल कर फैला रहा था आतंक का जाल
कोलकाता : बर्धवान के खागड़ागढ़ धमाके की जांच कर रही नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) के अधिकारियों ने राज्य के मदरसों में जेहादी ट्रेनिंग देने वाले एक नामी संदिग्ध आतंकी को हावड़ा से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम नुरुल हल उर्फ नइम (26) है. गुरुवार दोपहर एक बजे के करीब हावड़ा स्टेशन के निकट से दबोचा गया. वह बांग्लादेशी आतंकी संगठन जेएमबी का ऐक्टिव मेंबर के तौर पर कार्यरत था और जेएमबी से जेहादी ट्रेनिंग ले चुका था.
बर्धवान कांड की जांच के दौरान उसका नाम सामने आने पर उसके उपर इनामी राशि भी रखी गयी थी. उसके पास से कुछ संदिग्ध कागजात भी अधिकारियों के हाथ लगे है. अपने संगठन में वह नइम के नाम से प्रसिद्ध था. एनआइए सूत्रों के मुताबिक अवैध तरीके से सीमा पार कर राज्य के मदरसों में वह जेहादी ट्रेनिंग देता था. खागड़ागढ़ विस्फोट कांड की जांच के दौरान गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में नुरूल का नाम सामने आया था.
जांच में अधिकारियों को यह भी पता चला था कि वह मुर्शीदाबाद के मुकीमनगर और बर्धवान में शिमुलिया मदरसा में जेहादी पोस्टर, वीडियो और रिकार्डेड ऑडियो की मदद से वह जेहादी ट्रेनिंग दिया करता था. धमाके के पहले वह इन मदरसों में आर्म्स ट्रेनिंग, फायरिंग, विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग भी देना शुरू किया था. बर्धवान के बाद बीरभूम के शांतिपल्ली में भी मदरसों में वह ट्रेनिंग देना शुरू किया था.
यहां वह डालिम शेख (गिरफ्तार) और तल्हा शेख (फरार) के साथ मिल कर यह जेहादी ट्रेनिंग चला रहा था. जेएमबी के जेहादी आंदोलन के लिए वह इन मदरसों में ट्रेनिंग देकर जेएमबी के आंदोलन के लिए युवकों को इस संगठन से जोड़ने का भी काम करता था. उसके लैपटॉप से मिले कई जेहादी पोस्टर व ट्रेनिंग की कॉपी एनआइए अधिकारियों को मिली है. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर उसके साथ फरार उसके अन्य साथियों तक पुलिस पहुंचने की कोशिश करेगी. एनआइए अधिकारियों द्वारा नुरूल शेख की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.