भुवनेश्वर/कोलकाता: ओड़िशा और आंध्र प्रदेश के ऊपर भारी दबाव वाला क्षेत्र ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ उत्तरी अंडमान निकोबार द्वीप समूह को पार करने के बाद बुधवार को ‘फैलिन’ चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया. मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया कि अगले 12 घंटों में यह चक्रवाती तूफान का रूप लेकर 12 अक्तूबर की रात को कलिंगपत्तनम और पारादीप के बीच उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओड़िशा तट को 175 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ पार करेगा.
उधर, कोलकाता स्थित क्षेत्रीय मौसम विभाग के प्रभारी संजीव बंदोपाध्याय ने कहा कि बंगाल पर चक्रवात का कोई सीधा असर होने की संभावना नहीं है. इस चक्रवात के 12 अक्तूबर की रात तक उत्तर आंध्र प्रदेश और ओड़िशा तट पर पहुंचने की संभावना है जिसके कारण निश्चित रूप से बारिश होगी.
ओड़िशा में कर्मचारियों की पूजा की छुट्टियां रद्द
ओड़िशा सरकार ने 14 जिलों में अपने कर्मचारियों का पूजा अवकाश रद्द कर दिया और आपदा प्रतिक्रिया बल को सभी संवेदनशील इलाकों में तैनात करने का आदेश दिया है. राज्य के राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री एसएन पात्रो ने बताया कि राज्य सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर सभी विभागों को भी सतर्क रहने के निर्देश दे दिये गये हैं. सरकार ओड़िशा आपदा प्रतिक्रिया कार्य बल (ओडीआरएएफ) की तैनाती का आदेश पहले ही दे चुकी है.
मंत्री ने ओडीआरएएफ और दमकल कर्मियों को अभ्यास (मॉक ड्रिल) करने का भी आदेश दिया है. मौसम विभाग के नवीनतम बुलेटिन में कहा गया है कि अंडमान के तट के ऊपर बना उष्ण कटिबंधीय तूफान जब शनिवार को ओड़िशा-आंध्र के तटीय भाग से गुजरेगा तब तेज और विनाशकारी हो जायेगा. राज्य सरकार ने मछुआरों को सोमवार तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है. पश्चिम बंगाल के लिए भी यही हिदायत जारी की गयी है.