कुणाल घोष का स्वास्थ्य बिगड़ा, अस्‍पताल में भर्ती

कोलकाता : सारधा चिटफंड घोटाले में आरोपी और तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष का उनकी भूख हडताल के 29वें दिन कल देर रात स्वास्थ्य बिगड गया जिसके बाद उन्हें जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया. घोष प्रेजीडेंसी करेक्शनल होम में बंद हैं. उन्होंने सांस लेने में तकलीफ होने, मांसपेशियों में ऐंठन, गंभीर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 11:34 AM

कोलकाता : सारधा चिटफंड घोटाले में आरोपी और तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष का उनकी भूख हडताल के 29वें दिन कल देर रात स्वास्थ्य बिगड गया जिसके बाद उन्हें जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया. घोष प्रेजीडेंसी करेक्शनल होम में बंद हैं.

उन्होंने सांस लेने में तकलीफ होने, मांसपेशियों में ऐंठन, गंभीर पेट दर्द और कंपकपाने की शिकायत की थी जिसके बाद जेल के चिकित्सकों ने उन्हें देखा और बताया कि उनकी हालत ‘बहुत गंभीर’ है. एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया कि चिकित्सकों ने घोष को तत्काल किसी अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यदि उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया जाए तो बेहतर रहेगा.

घोष घोटाले में कथित रुप से शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर भूख हडताल पर हैं. अधिकारी ने कहा कि जेल अधीक्षक ने उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती नहीं कराया क्योंकि इस आशय का कोई आदेश नहीं मिला था. एसएसकेएम के तीन चिकित्सकों को घोष का उपचार करने के लिए करेक्शनल होम बुलाया गया था.

अधिकारी ने बताया कि चिकित्सक देर रात करीब पौने एक बजे पहुंचे लेकिन घोष ने उनके साथ सहयोग नहीं किया. हालांकि दक्षिण बंगाल के पुलिस महानिरीक्षक (कारागार) के के मुखर्जी ने बताया कि कुणाल घोष की हालत ‘‘चिकित्सकीय रुप से स्थिर है और उन्हें फिलहाल जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.’

यह पूछे जाने पर कि क्या घोष ने किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराए जाने के लिए कहा है, मुखर्जी ने कहा कि उन्हें इस संबंध में उनसे कोई निवेदन नहीं मिला है. घोष ने 14 सितंबर को सीबीआई अदालत के न्यायाधीश अरविंद मिश्रा के समक्ष अपनी बात रखते हुए भूख हडताल पर जाने की धमकी दी थी और सवाल किया था कि केंद्रीय एजेंसी ने घोटाले में शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया.

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