पश्चिम बंगाल में आलू का संकट दूर होना शुरु

कोलकाता : शीत भंडारगृहों से आलू का भंडार बाहर आना शुरु होने के साथ पश्चिम बंगाल के खुदरा बाजार में आलू की आपूर्ति सुधरने लगी है. हालांकि बाहर लाये जा रहे भंडार से आधी मांग ही पूरी हो पा रही है.स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कृषि विपणन मंत्रालय का तात्कालिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2013 8:05 PM

कोलकाता : शीत भंडारगृहों से आलू का भंडार बाहर आना शुरु होने के साथ पश्चिम बंगाल के खुदरा बाजार में आलू की आपूर्ति सुधरने लगी है. हालांकि बाहर लाये जा रहे भंडार से आधी मांग ही पूरी हो पा रही है.स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कृषि विपणन मंत्रालय का तात्कालिक प्रभार कल अपने हाथ में ले लिया.

पश्चिम बंगाल शीत भंडार संघ के अध्यक्ष रामपदा पॉल ने प्रेट्र को बताया, ‘‘आज शीत भंडारगृह से 5,000 टन आलू निकाला गया है. कल यह 3,000 टन था.’’ पूरे प्रदेश में आलू की दैनिक मांग 10,000 से 12,000 टन है. पॉल ने कहा कि अभी तक कोई विशेष निर्देश नहीं है और सरकार को 30 नवंबर तक शीतभंडारगृह को खाली करने को कहा गया है जो एक सामान्य कामकाज है.

प्रदेश सरकार, एसोसिएशन की मदद से आलू की ज्योति किस्म को 13 रुपये प्रति किग्रा की दर पर बेच रही है. स्थानीय टीएमसी कार्यालय को छापे के दौरान जब्त किये गये आलू को सरकारी दरों पर बेचते देखा गया. ऐसी खबर थी कि लोगों को सरकारी दर पर आलू खरीदने के लिए विभिन्न बाजारों में 30 से 45 मिनट तक लाइन में खड़े होना पड़ रहा था.

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