बार गर्ल पर रुपये लुटाने के लिए करने लगे थे लूट
– विकास गुप्ता – रुपये पाकर खुश होती थीं बार बालाएं, उनके प्यार को पाने के लिए लुटा देते थे सारे रुपये इलाका : गरफा का कालीतल्ला रोड दिन : 5 अगस्त 2013 थाना : गरफा गिरफ्तारी : 10 सितंबर 2013 कोलकाता : गलत चीजों की आदत आफत बन सकती है. यह विपत्ति, तबाही और […]
– विकास गुप्ता –
रुपये पाकर खुश होती थीं बार बालाएं, उनके प्यार को पाने के लिए लुटा देते थे सारे रुपये
इलाका : गरफा का कालीतल्ला रोड
दिन : 5 अगस्त 2013
थाना : गरफा
गिरफ्तारी : 10 सितंबर 2013
कोलकाता : गलत चीजों की आदत आफत बन सकती है. यह विपत्ति, तबाही और बर्बादी के रास्ते पर ले जाकर ही खत्म होती है. बार में जाकर शराब पीना और बार बालाओं पर रुपये उड़ाने का उन दोनों ने भी गलत शौक पाल लिया था. पहले महीने में एक बार, फिर सप्ताह में और अंत में हर दिन बार में जाना उनकी आदत सी बन गयी थी.
बार में जाने का नशा और वहां बार बालाओं के ऊपर रुपये उड़ाने के शौक ने उन दोनों को अंत में छिनताइबाज बना दिया. कहते है ना, कि हर रोज गुनाह कर अपनी तकदीर के खातिर बच निकलनेवाला शातिर से शातिर बदमाश एक दिन पुलिस की पकड़ में आ ही जाता है. उन दोनों के साथ भी कुछ यही हुआ.
पुलिस के हत्थे चढ़े गिरफ्तार आरोपियों के नाम संजीव राय (32) और सौरभ हाल्दार (24) हैं. वे गरफा इलाके के श्रीहरि पल्ली व पूर्वालोक इलाके के रहनेवाले हैं.
कैसे सामने आया छिनताई का मामला : गरफा इलाके के कालीतल्ला रोड में एक बैंक के पास सोमवार देर रात दो युवकों ने सुकांति रंजन साहा (52) नामक एक निगम कर्मी के साथ मारपीट करने के बाद चाकू दिखा कर उसके पास से 3400 रुपये छीन कर भाग निकले थे. घायल हालत में वहां से किसी तरह वे गरफा थाने में पहुंचे और इसकी जानकारी दी.
पीड़ित सुकांति रंजन साहा (52) ने इसकी शिकायत गरफा थाने में दर्ज करायी. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह केएमसी में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी है. रोजाना की तरह वह धापा के माठपुकुर से अपने घर की तरफ जा रहे थे. अचानक कालीतल्ला रोड में एक बैंक के पास दो व्यक्ति उनके पास आये और चाकू दिखा कर उनके पास से 34 सौ रुपये छीन कर भाग गये.
शिकायत के बाद तत्परता दिखाते हुए गरफा थाने के होमगार्ड चिन्मय सरकार और कांस्टेबल दिलीप विश्वास ने आसपास के इलाके में तलाशी शुरू की. काफी देर बाद एक खाल के पास दो युवक को बैठा देखा. पूछताछ में शक होने पर उनकी तलाशी ली गयी. जिस दौरान दोनों के पास से छीने गये रुपये और चाकू बरामद हो गये. इसके बाद दोनों को दबोच लिया गया.
पॉली टेक्निक की पढ़ाई के बाद लगा बार का चस्का : प्राथमिक पूछताछ में सौरभ ने बताया कि वह पॉली टेक्निक की पढ़ाई खत्म करने के बाद अपने साथी संजीव राय के साथ दोनों ने बताया कि गरफा इलाके के अजय नगर में स्थित एक बार में दोनों रोजाना जाते थे.
वहां अन्य लोगों को बारबालाओं पर रुपया उड़ाते देख उन्हें भी रुपये उड़ाने का शौक हुआ. एक दिन उन बार बालाओं पर रुपये उड़ाने के बाद युवतियों के प्यार को देख वह रोजाना बार में जाने लगे और बारबालाओं पर रुपये उड़ा कर उनका प्यार हासिल करने लगे.
रुपये की कमी के कारण चुना छिनताई का रास्ता : दोनों ने बताया कि उनके पास कुछ खास नौकरी नहीं थी, जिसके कारण कुछ ही दिन में रुपये जुगाड़ करने की जरूरत आन पड़ी. जुगाड़ने के लिए एक दिन अनजाने में उन्होंने एक युवक से छिनताई की. पहली बार वारदात में कामयाबी मिलने के कारण वे इसके आदी हो गये.
अब वे रोजाना रात को बार से निकलने के बाद अगले दिन रुपये लुटाने के लिए लोगों से छिनताई करते थे. लेकिन गत 10 सितंबर को एक निगम कर्मी की तत्परता से दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गये. पुलिस की इस तत्परता के कारण दोनों कांस्टेबलों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है.कोलकातापुलिस ने युवाओं को इस तरह गलत आदतों की शिकार होकर जुर्म का दामन नहीं थामने की सलाह दी है.