राज्य की चार विधानसभा सीटों पर 62.71 प्रतिशत हुआ मतदान
राज्य की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को शाम पांच बजे तक 62.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
बागदा व राणाघाट में छिटपुट हिंसा13 जुलाई को होगी मतगणना संवाददाता, कोलकाताराज्य की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को शाम पांच बजे तक 62.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गयी. एक अधिकारी ने बताया कि रायगंज में सबसे अधिक 67.12 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. राणाघाट दक्षिण में 65.37 फीसदी, बागदा में 65.15 व मानिकतला में 51.39 प्रतिशत मतदान हुआ. निर्वाचन आयोग के अनुसार, मतदान केंद्रों के बाहर देर शाम तक मतदाता कतारों में खड़े रहे, जिससे मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो सकती है, इसलिए अगले एक घंटे यानी छह बजे तक का आंकड़ा बाद में जारी किया जायेगा. अधिकारियों ने बताया कि छिटपुट हिंसा के बीच मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. बागदा व राणाघाट दक्षिण विधानसभा क्षेत्रों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं. उधर, भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर उसके बूथ एजेंटों पर हमला करने और उसके उम्मीदवारों को कुछ मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने का आरोप लगाया है. विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव के लिए मतदान बुधवार सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे समाप्त हो गया. राज्य की जिन चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उन विधानसभा क्षेत्रों में करीब 10 लाख मतदाता हैं. भाजपा वर्ष 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में राणाघाट दक्षिण, बागदा और रायगंज सीट से जीती थी. वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने 2021 में मानिकतला सीट से जीत दर्ज की थी. लेकिन राज्य के पूर्व मंत्री साधन पांडे का फरवरी 2022 में निधन होने के बाद यह सीट रिक्त हो गयी थी. भाजपा के वर्ष 2021 में इन तीनों सीटों को जीतने के बावजूद पार्टी के विधायक बाद में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये थे. रायगंज से कृष्ण कल्याणी, बागदा से विश्वजीत दास और राणाघाट दक्षिण से मुकुट मणि अधिकारी ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनीसीटें छोड़ दी थीं. इसके, बाद इन सीटों पर उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया था.
राणाघाट व बागदा में भाजपा के बूथ एजेंटों पर हमले का आराप
राणाघाट दक्षिण व बागदा से भाजपा उम्मीदवार मनोज कुमार विश्वास और बिनय कुमार विश्वास ने दावा किया कि उन्हें कुछ बूथों का दौरा नहीं करने दिया गया. बिनय कुमार विश्वास ने कहा : मुझे शिकायतें मिलीं कि ””तृणमूल के गुंडे”” भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट कर रहे हैं, जिसके बाद मुझे बूथ में जाने से रोक दिया गया. वहीं, मनोज कुमार विश्वास ने दावा किया कि कुछ इलाकों में तृणमूल ने भाजपा के कार्यालयों में लूटपाट की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है