मुंगेरी हथियारों की बड़ी खेप पहुंचने की आशंका

।। श्रीकांत शर्मा ।। – हावड़ा नगर निगम के लिए मतदान आज हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के चुनाव में भारी संख्या में हथियार व असलहे के इस्तेमाल की आशंका जतायी जा रही है. हर पार्टी अपने विरोधियों पर आरोप लगा रही है कि हथियार के बल पर चुनाव जीतने की तैयारी की गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2013 1:32 AM

।। श्रीकांत शर्मा ।।

– हावड़ा नगर निगम के लिए मतदान आज

हावड़ा : हावड़ा नगर निगम के चुनाव में भारी संख्या में हथियार व असलहे के इस्तेमाल की आशंका जतायी जा रही है. हर पार्टी अपने विरोधियों पर आरोप लगा रही है कि हथियार के बल पर चुनाव जीतने की तैयारी की गयी है. वैसे तो चुनावी समर में बारूद की गंध 25 अक्तूबर से ही फैलने लगी थी, जब हावड़ा के 50 नंबर वार्ड में जम कर गोलीबारी व बमबाजी हुई.

उसमें एक की मौत हुई थी, जबकि प्रत्याशी सहित कई गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इसके बाद से छिटपुट खबरें अक्सर आती रहीं. इधर, चुनाव से ठीक पहले बुधवार को हावड़ा के 10 नंबर वार्ड में बम बनाते समय विस्फोट होने से दो लोगों की मौत ने चुनावी माहौल और कयासों के बाजार को और भी गरम कर दिया.

साथ ही चुनाव में आतंक की तैयारी को उजागर करके रख दिया है. जीटी रोड जैसे व्यस्ततम इलाके के एक मकान के छत पर बारूद का गोला बनाया जा रहा था. इस वारदात ने खुफिया तंत्र व कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी.

सिंगूर, नंदीग्राम से आये कारीगर : कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस के सचिव मनोज पांडे ने आरोप लगाया कि हमें जानकारी मिली है कि निगम चुनाव में गड़बड़ी फैलाने के लिए नंदीग्राम, सिंगूर और हावड़ा के पड़ोसी जिलों से लोगों को बुलाया गया. इसमें बम बनानेवाले कारीगरों की संख्या भी अच्छी खासी है.

पड़ोसी राज्यों से मंगाये गये असलहे!

सूत्रों से मिली खबर के अनुसार नगर निगम चुनावों के मद्देनजर हावड़ा में भारी हथियारों का जखीरा बंगाल के पड़ोसी राज्यों से मंगाया गया है. इतना ही नहीं बम बनानेवाले स्पेशलिस्ट कारीगरों ने भी जिले में डेरा डाल रखा है. उनको मोटी रकम व राजनीतिक प्रश्रय मिल रहा है.

नाम नहीं छापने की शर्त पर एक कारीगर ने कहा : हम अधिक रुपये के लिए जान को खतरे में डाल कर बम बांधते हैं. इसी के बदौलत हम परिवार चलाते हैं. उन्हें यहां लाने से पहले अधिक रुपये देने के साथ पकड़े जाने पर छुड़वा लेने का भी भरोसा दिया गया है. कारीगरों ने बताया कि हथियार बनाने के कच्चे माल ज्यादातर बिहार के मुंगेर जिले से आते हैं.

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