कर्मचारियों के आंदोलन से डर रही सरकार

कोलकाता: सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन से राज्य सरकार डर गयी है, यही कारण है कि राज्य सरकार अब उनके खिलाफ आंदोलन करनेवाले कर्मचारियों का गैर कानूनी तरीके से दूसरी जगह भेज रही है. लेकिन राज्य इस प्रकार से डरा-धमका कर अपनी तानाशाही नहीं चला सकती है. इस तृणमूल सरकार के जनविरोधी व कर्मचारियों के अहितकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2013 9:05 AM

कोलकाता: सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन से राज्य सरकार डर गयी है, यही कारण है कि राज्य सरकार अब उनके खिलाफ आंदोलन करनेवाले कर्मचारियों का गैर कानूनी तरीके से दूसरी जगह भेज रही है.

लेकिन राज्य इस प्रकार से डरा-धमका कर अपनी तानाशाही नहीं चला सकती है. इस तृणमूल सरकार के जनविरोधी व कर्मचारियों के अहितकारी फैसलों के खिलाफ सबको खड़ा होना होगा.

ये बातें बुधवार को वाममोरचा समर्थित को-ऑर्डिनेशन कमेटी की ओर से रानी रासमणि रोड पर आयोजित सभा में विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र ने कही. कमेटी की ओर से सरकारी कर्मचारियों के डीए में वृद्धि व अन्य मांगों को लेकर पहले विधानसभा अभियान चलाया गया और उसके बाद सभी सरकारी कर्मचारियों ने रानी रासमणि रोड पर सभा आयोजित की. इस मौके पर श्री मिश्र ने कहा कि डीए क्या होता है, यह राज्य की नयी सरकार जानती ही नहीं है.

कर्मचारियों को क्यों डीए दिया जाता है और इसे किस अनुपात में बढ़ाया जाता है. पहले राज्य सरकार को स्वयं इस बारे में जानना होगा. उन्होंने कहा कि महंगाई की वजह से राज्य के लोगों की हालत खस्ता हो गयी है. राज्य सरकार महंगाई के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है, जबकि में महंगाई के लिए स्वयं राज्य सरकार जिम्मेदार है. लोगों की पेट में आग ली है, राज्य सरकार इस आग को बुझाने की बजाय इसे और हवा दे रही है. उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से बिना किसी डर भय के राज्य सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ खड़े होने की अपील की.

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