जयरमण की कार्रवाई को मिला जनसमर्थन
सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर को हटाने का विरोध, मुख्य सचिव का पुतला फूंका सिलीगुड़ी/कोलकाता : पद से हटाये गये पुलिस कमिश्नर के जयरमण ने सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) में करोड़ों रुपये के घोटाले में जिलाधिकारी गोदाला किरण कुमार की गिफ्तारी के मामले में पुलिस कार्रवाई को सही ठहराया है. रविवार को उन्होंने कहा कि डीएम […]
सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर को हटाने का विरोध, मुख्य सचिव का पुतला फूंका
सिलीगुड़ी/कोलकाता : पद से हटाये गये पुलिस कमिश्नर के जयरमण ने सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) में करोड़ों रुपये के घोटाले में जिलाधिकारी गोदाला किरण कुमार की गिफ्तारी के मामले में पुलिस कार्रवाई को सही ठहराया है.
रविवार को उन्होंने कहा कि डीएम की गिरफ्तारी के पहले राज्य सरकार को पूरी घटना की जानकारी दी गयी थी. डीएम की गिरफ्तारी की अनुमति के लिएराज्य सरकार को ई-मेल और फैक्स भेजा गया था, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर बाध्य होकर सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट को घोटाले की जांच के लिए डीएम को गिरफ्तार करना पड़ा.
गौरतलब है कि शनिवार को मालदा के जिलाधिकारी की गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार ने सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर के जयरमण को उनके पद से हटा दिया. यही नहीं उन्हें कोलकाता तलब कर लिया गया. मुख्य सचिव संजय मित्र ने रविवार को आनन-फानन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि डीएम से पूछताछ और गिरफ्तारी के बारे में राज्य सरकार को अंधेरे में रखा गया.
राज्य सरकार ने जयरमण की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की और उन्हें तत्काल पद से हटा दिया गया. उधर, जयरमण को पुलिस कमिश्नर पद से हटाने के लिए खिलाफ रविवार को सिलीगुड़ी में लोग सड़कों पर आ गये. डीवाइएफआइ और एसएफआइ कार्यकर्ताओं ने सिलीगुड़ी में पुलिस कमिश्नर जयरमण को हटाने के खिलाफ मुख्य सचिव संजय मित्र का पुतला फूंका.
उधर, जलपाईगुड़ी जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जयरमण के समर्थन में उनकी तसवीर लेकर जुलूस निकाला.
प्रभात खबर से बातचीत में जयरमण ने कहा कि मामले में राज्य सरकार को वाकिफ कराया गया था. कोई जवाब न मिलने पर सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार की रोकथाम व अपनी अंतरात्मा की आवाज पर उन्होंने यह कदम उठाया है. जयरमण ने कहा कि उन्हें अपने इस कदम (डीएम की गिफ्तारी) पर कोई अफसोस नहीं है.
उन्होंने कहा कि वह सोमवार को कोलकाता पहुंच कर राज्य सरकार से अपनी बात कहेंगे. उन्होंने कहा कि तबादले को लेकर वह चिंतित नहीं हैं. सरकारी नौकरी में तबादला होना रूटीन है, लेकिन एक विशेष मुद्दे को लेकर उनका तबादला किये जाने की घटना पर उन्होंने आश्चर्य जताया. जयरमण ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है.
जनहित को ध्यान में रखकर उन्होंने सही समय पर सही कदम उठाया है. वह बंगाल कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं. बंगाल छोड़ कर वह बाहर नहीं जायेंगे.
क्या है मामला
गौरतलब है कि मालदा के गिरफ्तार डीएम गोदाल किरण कुमार के सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण के सीइओ के पद पर रहते 70 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था. श्मशान घाट में इलेक्ट्रिक शव दाह मशीन लगाने के लिए पैसे जारी किये गये, लेकिन अब तक इलेक्ट्रिक चूल्हा नहीं लग पाया है.
यही नहीं सिलीगुड़ी में बनने वाले सेज में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भी खातों में राशि का खर्च दिखाया गया है, लेकिन कैमरे लगे ही नहीं. दूसरे कार्यो में भी दुगुनी राशि पर निविदा प्रदान की गयी. मालदा के जिलाधिकारी के खिलाफ धारा 120(बी), 409, 467 668, 471, 777(ए) और 420 के तहत मामले दर्ज किये गये हैं.
उन्हें शुक्रवार को सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट में बुला कर पूछताछ की गयी. पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में पहले से ही कई लोग जेल में हैं.
डीएम ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण के पूर्व चेयरमैन व सिलीगुड़ी के विधायक रूद्र नाथ भट्टाचार्य के कहने पर हस्ताक्षर किया था. बताया जाता है कि डीएम की गिरफ्तारी के बाद सिलीगुड़ी के विधायक भट्टाचार्य के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती थी. सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल के सिलीगुड़ी के विधायक रूद्र नाथ भट्टाचार्य की गिरफ्तारी को रोकने और पार्टी की छवि बचाने के लिए राज्य सरकार को बाध्य होकर सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर के जयरमण को तुरंत पद से हटाना पड़ा.
क्या कहा जयरमण ने
फैक्स और ई-मेल से सरकार को दी जानकारी
जवाब नहीं मिलने पर मजबूर होकर पुलिस ने की कार्रवाई
सही समय पर सही कदम उठाया
सिलीगुड़ी : मालदा के जिलाधिकारी और एसजेडीए के पूर्व सीइओ गोदाला किरण कुमार की गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर रिहाई हो गयी. उन्हें शनिवार को ही सिलीगुड़ी अदालत ने चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था. लेकिन रविवार को उन्हें फिर से अदालत में पेश किया गया, जहां सरकारी वकील ने साफ कर दिया कि उनकी रिमांड की जरूरत नहीं है.
उसके बाद न्यायाधीश ने उन्हें जमानत दे दी. वहीं दूसरी ओर सात माह सिलीगुड़ी की सेवा करके पुलिस आयुक्त के जयरमण रविवार को विदा हुए. रविवार को एसजीएम कोर्ट के न्यायाधीश एएचएम रहमान ने पांच हजार के निजी मुचलके पर जिलाधिकारी को रिहा कर दिया. यदि जिलाधिकरी 48 घंटे रिमांड पर रहते तो सस्पेंड हो सकते थे.
अदालत से जमानत मिलने के बाद गोदाला किरण कुमार अपने परिवार सहित मालदा रवाना हुए. कल से डीएम के पद पर अपना कार्यभार पहले की तरह संभालेंगे कि नहीं, यह देखना बाकी है. दूसरी ओर माटीगाढ़ा स्थित पुलिस कमीश्नरेट में पुलिस आयुक्त के जयरमण की विदाई समारोह का आयोजन किया गया.