सवालों के घेरे में रजिस्ट्रार

राइटर्स में फाइलों में आग लगाने की साजिश का मामला कोलकाता : राइटर्स बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल के जी ब्लॉक स्थित होम डिपार्टमेंट के पब्लिकेशन विभाग में आग लगाने की साजिश की जांच करते हुए हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने ज्योतिर्मय नंदी नामक युवक को गिरफ्तार किया था. रविवार को बैंकशाल कोर्ट की विशेष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2013 4:54 AM

राइटर्स में फाइलों में आग लगाने की साजिश का मामला

कोलकाता : राइटर्स बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल के जी ब्लॉक स्थित होम डिपार्टमेंट के पब्लिकेशन विभाग में आग लगाने की साजिश की जांच करते हुए हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने ज्योतिर्मय नंदी नामक युवक को गिरफ्तार किया था.

रविवार को बैंकशाल कोर्ट की विशेष अदालत में पेश करने पर उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. उसे हुगली के श्रीरामपुर से वारदात वाली रात को गिरफ्तार किया गया था.

पुलिस सूत्रों की मानें, तो प्राथमिक पूछताछ में उसने इसके पीछे विभाग के रजिस्ट्रार विश्वय रॉय की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया. उसने पुलिस को बताया कि विभाग में 42 हजार किताबों से संबंधित विभिन्न कागजात मौजूद थे. प्रत्येक महीने के अंतिम शुक्रवार को वह इस विभाग में मौजूद कागजातों पर केमिकल मिश्रित कीटनाशक का छिड़काव करने यहां आता था.

पता चला कि प्रत्येक छिड़काव के लिए उसे पांच सौ रुपये मिलते थे. इस काम के लिए उसे कोई लिखित स्थायी या अस्थायी नियुक्ति पत्र नहीं मिला था. इसके बावजूद वह लगातार पांच वर्ष से ज्यादा समय से यह काम कर रहा था. पूछताछ में ज्योतिर्मय ने बताया कि इस काम के लिए प्रमुख द्वार पर बिना रसीद कटाये वह पिछली गेट से राइटर्स में घुसा करता था.

उसे यहां घुसने में रजिस्ट्रार विश्वय रॉय गेट पर तैनात सुरक्षागार्ड को कह कर उसे बिना रसीद कटाये राइटर्स में घुसने में उसकी मदद करता था. छिड़काव के बादवाले दिन यानी शनिवार व रविवार होने के कारण बाकी बचे केरोसिन मिश्रित कीटनाशक की अधिक मात्र देने को कहता था, जो कि जोखिम भरा था. लिहाजा इन सब खुलासे से बाद अदालत व सरकार को इसकी रिपोर्ट देने की तैयारी की जा रही है. मामले की जांच के लिए सेंट्रल फोरेंसिक साइंस के अधिकारी भी मौके का जायजा लिया.

गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम को होम पब्लिकेशन विभाग में फाइल व दस्तावेजों पर केरोसिन डाल कर आग लगाने की साजिश रची जा रही थी.

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