चौथे चरण में पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर वोटिंग संपन्न संवाददाता, कोलकाता लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक 75.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. यह आंकड़ा 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम है. पिछले आम चुनाव में कुल 82.85 फीसदी वोट पड़े थे. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) डॉ आरिज आफताब ने बताया कि मतदान के दौरान चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों से 1705 शिकायतें मिलीं. आयोग ने मुर्शिदाबाद के सालार स्थित 186 नंबर बूथ और बोलपुर लोकसभा क्षेत्र के चांतराबाड़ी प्राथमिक विद्यालय के 25 नंबर बूथ के पीठासीन अधिकारी को हटा दिया. दोनों ही जगहों पर रीगिंग की शिकायत थी. दो में लोगों को हिरासत में लिया गया. चुनाव के दौरान बीरभूम में दिल का दौरा पड़ने से सीमा सुरक्षा बल के एएसआइ महेंद्र सिंह की मौत हो गयी. निर्वाचन आयोग के मुताबिक बोलपुर (सुरक्षित) लोकसभा सीट पर सबसे अधिक 77.77 प्रतिशत और उसके बाद राणाघाट (सुरक्षित) पर 77.46 प्रतिशत मतदान हुआ.आसनसोल में सबसे कम 69.43 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आयीं. हिंसा प्रभावित बीरभूम और बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं. बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट के सुसुनिया क्षेत्र में दोपहर के समय तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच उस दौरान झड़प हो गयी जब भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष मतदान केंद्र पर गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद एक बूथ पर जा रहे थे. जब घोष रास्ते में थे, टीएमसी समर्थकों ने उनके काफिले को रोका और उनके वाहन के सामने बैठ गये और उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. सूत्रों ने दावा किया कि उनके काफिले पर पथराव किया गया, जिससे घोष के काफिले के पीछे चल रहे सुरक्षाकर्मियों की कुछ कार क्षतिग्रस्त हो गयीं. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने घोष के साथ अभद्रता की. घोष ने संवाददाताओं से कहा: पुलिस सिर्फ मूकदर्शक बनी हुई है. तृणमूल ने आतंक फैला रखा है. सुबह से ही तृणमूल समर्थक हमारे मतदान एजेंट के साथ मारपीट कर रहे हैं और वे मतदान को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से नहीं होने दे रहे. कलना गेट पर घोष के काफिले पर फिर हमला किया गया. घोष ने कहा कि टीएमसी द्वारा भाजपा के बूथ एजेंट को प्रवेश नहीं करने देने के आरोपों के बाद वह वहां एक बूथ पर गये थे. सूत्रों ने दावा किया कि उनके काफिले पर ईंटें फेंकी गयीं, जिससे उनकी सुरक्षा में तैनात केंद्रीय पुलिस बल के कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये. घोष ने कहा, ‘आज यह दूसरी बार है जब मेरे काफिले पर हमला किया गया. मेरे दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गये और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा.
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