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मध्यमग्राम कांड को लेकर ममता सरकार पर बुद्धदेव का हमला, कहा महिलाएं सुरक्षित नहीं

कोलकाता: उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम, पार्क स्ट्रीट और कामदुनी कांड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने बुधवार को ममता सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. तृणमूल कांग्रेस समाज विरोधियों की पार्टी है. अपराधियों को शरण दी जा रही है. विरोध करने वालों पर लगातार हमले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2014 8:50 AM

कोलकाता: उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम, पार्क स्ट्रीट और कामदुनी कांड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने बुधवार को ममता सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. तृणमूल कांग्रेस समाज विरोधियों की पार्टी है. अपराधियों को शरण दी जा रही है. विरोध करने वालों पर लगातार हमले हो रहे हैं.

..उन्हें बिहार भेज दिया जाता
रानी रासमणि एवेन्यू में माकपा की जनसभा में श्री भट्टाचार्य ने मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध को ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार पहले झूठा बताती है. फिर उसे दबाने की कोशिश करती है. यदि वामपंथी मध्यमग्राम कांड के पीड़ित परिवार के साथ नहीं खड़े होते तो उन्हें जबरन बिहार भेज दिया जाता.

मध्यमग्राम में लड़की से दो बार सामूहिक दुष्कर्म होता है. उसकी हत्या करने की बात सामने आती है, फिर भी पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि चाहे पार्क स्ट्रीट, कामदुनी या मध्यमग्राम कांड हो, राज्य सरकार व पुलिस की भूमिका पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. यदि वामपंथी आंदोलन नहीं करेंगे, तो इन मामलों को दबा दिया जायेगा. पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पायेगा.

मध्यमग्राम, कामदुनी व पार्क स्ट्रीट की शर्मनाक घटनाएं
गौरतलब है कि उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम निवासी बिहार के समस्तीपुर की रहने वाली लड़की से छह अपराधियों ने 25 अक्तूबर को सामूहिक दुष्कर्म किया था. फिर 27 अक्तूबर को लड़की जब पिता के साथ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा कर लौट रही थी तो आरोपियों ने उसे जबरन उठा लिया और दोबारा बलात्कार किया. पुलिस ने बाद में सभी आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन उनके साथी पीड़िता के पिता पर केस वापस लेने के लिए दबाव बनाते रहे. परेशान पिता परिवार सहित घर छोड़ कर दमदम में आ कर रहने लगे. लेकिन आरोपियों के साथियों ने उनका यहां भी पीछा नहीं छोड़ा.

23 दिसंबर को लड़की को जला दिया. गंभीर हालत में लड़की को आरजी कर अस्पताल में भरती कराया गया, जहां 31 दिसंबर को उसकी मौत हो गयी. यही नहीं पुलिस ने पीड़िता के पिता को अपनी बेटी के शव को बिहार ले जाने के लिए धमकाया था. उत्तर 24 परगना के कामदुनी में पिछले साल एक कॉलेज छात्र से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी. इस घटना में भी पुलिस का रवैया निराशाजनक रहा. फरवरी 2012 में कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में एक एंग्लो इंडियन महिला से कार में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी. पुलिस ने पहले इस मामले को हलके में लिया. मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया था कि सरकार को बदनाम करने के लिए इस घटना को सजाया गया है.

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