कोलकाता: मुख्यमंत्री के हाथ से सम्मान लेने वाले जहां कोलकाता पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, तो वहीं उन सब के बीच लगातार 16 वर्षों तक कोलकाता पुलिस में लोगों की सेवा करने वाला एक कांस्टेबल भी शामिल था. अन्य कर्मियों के बीच कड़ी मेहनत व ईमानदारी के कारण शनिवार को उन्हें सेवा पदक से सम्मानित किया गया.
हम बात कर रहे है कोलकाता पुलिस के गुप्तचर विभाग के कांस्टेबल नशरत अली खान की. सम्मान लेने के बाद उन्होंने बताया कि कोलकाता पुलिस में 16 वर्ष पहले उसने नौकरी ज्वायन किया. उस समय से लेकर अब तक मेहनत व ईमानदारी से काम करने का जुनून आज भी उनमें सवार है. उन्होंने बताया कि वर्ष 1999 में सबसे पहले उसे बेहतर कार्य के लिए अवार्ड मिला था. तब से लेकर कोलकाता पुलिस के ट्रॉफिक विभाग, आर्म पुलिस में नौकरी के बाद गुप्तचर विभाग में उसे भेजा गया. मुख्यमंत्री के हाथ से सम्मान लेकर उनमें और भी जोश बढ़ गया है.
सत्यता के लिए दो टैक्सी चालकों को मिला सम्मान
जल्दबाजी में यात्रियों द्वारा टैक्सी में अपना कीमती सामान छोड़ कर उतर जाने के बाद उनके बैग में मौजूद लाखों रुपये नगदी व महत्वपूर्ण कागजात को बिना किसी लालच में पड़ कर उसे थाने में जमा कराने वाले दो टैक्सी चालकों को शनिवार को सम्मानित किया गया. सम्मान लेने वाले टालकों के नाम विजय राय व बाबूराम महतो है. विजय ने टैक्सी में मिले सामान को अम्हस्र्ट स्ट्रीट में व बाबूराम ने पार्क स्ट्रीट थाने में जमा कराया था. दोनों का कहना है कि उस समय उनके मन में अगर लालच दिखाते तो यह सम्मान उन्हें नहीं मिलता. लिहाजा यह सम्मान उनके लालच से बढ़कर है.
महिला होकर खुद बदमाश को दबोचा
भवानीपुर इलाके में एक ट्राफिक सिग्नल में खड़ी टैक्सी में बैठी महिला का हार छीनकर भाग रहे एक छिनताईबाज को खुद दबोच कर उसे पुलिस के हवाले करने वाली महिला शमिना अनसर को राज्य की मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया. गत 30 दिसंबर को उन्होंने एक छिनताईबाज को खुद दबोच कर उसके पास से अपने गले से छीना गया सोने का हार वापस लिया.