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मारुति वैन में बंद कर चार लोगों को जिंदा जलाया

– भारत-बांग्लादेश सीमा के पास की घटना – जांच में जुटी सीआइडी – शवों की नहीं हो सकी है पहचान सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के आमबाड़ी के बलरामज्योति इलाके में रविवार सुबह चार लोगों के शव बुरी तरह जली हालत में मिलने से सनसनी फैल गयी. बताया जा रहा है कि इन्हें भोर साढ़े तीन बजे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2014 1:19 AM

– भारत-बांग्लादेश सीमा के पास की घटना

– जांच में जुटी सीआइडी

– शवों की नहीं हो सकी है पहचान

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के आमबाड़ी के बलरामज्योति इलाके में रविवार सुबह चार लोगों के शव बुरी तरह जली हालत में मिलने से सनसनी फैल गयी. बताया जा रहा है कि इन्हें भोर साढ़े तीन बजे के आसपास जलाया गया. शवों की पहचान नहीं हो सकी है. मवेशी तस्करों का शव होने का संदेह किया जा रहा है. घटना की खबर मिलते ही पुलिस आयुक्त जगमोहन मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. मिली जानकारी के मुताबिक, एक मारुति वैन में दो शव जले हुए हालत में पाये गये.

मारुति वैन सहित उन्हें बंद कर आग के हवाले कर दिया गया था. मारुति वैन के दरवाजे को लोहे की चेन से बाहर से बंद कर दिया था, ताकि भीतर से कोई भाग नहीं सके. वाहन में एक मवेशी का शव भी मिला है. एक व्यक्ति का शव कुछ दूरी पर पाया गया. उसे धारदार हथियार से गोंद कर हत्या की गयी थी. चौथा शव भी जली अवस्था में पाया गया. आशंका है कि मवेशी चोर होने के संदेह में ग्रामीणों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है. लेकिन गांव के लोग इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं.

पुलिस आयुक्त जगमोहन ने बताया कि घटना की जांच शुरू हो गयी है. अभी तक शवों की पहचान नहीं हो सकी है. शव बुरी तरह जल गये हैं. उन्होंने कहा कि सीआइडी भी घटना की जांच कर रही है. साथ ही पुलिस की विशेष शाखा को भी जांच का जिम्मा दिया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों पर संदेह किया जा रहा है. हालांकि यह जांच के बाद ही पता चलेगा. इस घटना को तीन कोण से देखा जा रहा है. पहला, यहां के लोग मवेशियों की चोरी से काफी परेशान रहते थे. पुलिस से इसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाये जाने से ये लोग नाराज थे. रात में अक्सर बांग्लादेश से चोर सीमा पार कर यहां आकर मवेशी की चोरी करते हैं. हो सकता है कि चोरी के बाद ग्रामीणों ने इन्हें पकड़ कर मार डाला हो. दूसरा, हो सकता है तस्करों की आपसी लड़ाई में इस घटना को अंजाम दिया गया है. उग्रवादी संगठनों पर संदेह की अंगुली उठायी जा रही है. हालांकि यह जांच के बाद ही पता चलेगा.

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