बांकुड़ा: बांकुड़ा जिला अदालत के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सोमवार को नरबलि के दोषी कथित तांत्रिक लक्ष्मीकांत कर्मकार को फांसी की सजा सुनायी. उसे जिला जेल में भेज दिया गया.
लोक अभियोजक अरुण कुमार चटर्जी ने बताया कि सालतोड़ा थाना अंतर्गत कोलाकुड़ी ग्राम के निकटवर्त्ती श्मशान के पास 29 जनवरी, 2012 को यह घटना घटी थी. सुबह ग्रामीणों ने देखा कि श्मशान में एक बच्चे का सरविहीन शव पड़ा हुआ है.
जब वे पास स्थित मंदिर में गये तो पाया कि तांत्रिक लक्ष्मीकांत बच्चे का सिर से टपकता खून पी रहा था. इसके बाद उत्तेजित लोगों ने तांत्रिक की बुरी तरह से पिटाई की और उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया. जांच अधिकारी ने चार अप्रैल, 2012 को तांत्रिक के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया. कस्टडी ट्रायल के लिए यह मामला फास्ट ट्रेक कोर्ट को सौंप दिया गया था. शनिवार को कोर्ट ने उसे हत्या का दोषी करार दिया था. सोमवार को कोर्ट ने उसकी फांसी का आदेश सुनाया.