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जनता से मांगी बंगाल की सभी 42 सीटें

मोदी ने कहा-कांग्रेस ने दो बार प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया कोलकाता : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पार्टी की ब्रिगेड रैली से जहां एक तरफ वाम मोरचा सहित तीसरे मोरचे के गठन की कवायद में लगे दलों और कांग्रेस पर जम कर निशाना साधा, वहीं भविष्य […]

मोदी ने कहा-कांग्रेस ने दो बार प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया

कोलकाता : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पार्टी की ब्रिगेड रैली से जहां एक तरफ वाम मोरचा सहित तीसरे मोरचे के गठन की कवायद में लगे दलों और कांग्रेस पर जम कर निशाना साधा, वहीं भविष्य की राजनीतिक संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के प्रति नरम रुख रखा.

हालांकि राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए मोदी ने सभा में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या राज्य में परिवर्तन के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों ने इसी ‘परिवर्तन’ की कामना की थी. मोदी ने जनता से सवाल किया,‘क्या ‘पोरिबर्तन’ हुआ है और क्या उन्हें लगता है कि चीजें बदल गयी हैं. लोग अभी तक इसका इंतजार कर रहे हैं.’

तीसरे मोरचे की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि ये दल भारत को तीसरे दज्रे का देश बना देंगे. उन्होंने बंगाल के लोगों के साथ भावनात्मक संबंध बनाने की कोशिश करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी को 1984 और 2004 में प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया जबकि वह इस पद के हकदार थे. मोदी ने केंद्र में भाजपा की सरकार बनवाने के लिए लोगों से राज्य की सभी 42 सीटों पर जीत दिलाने का आग्रह किया.

मोदी ने ब्रिगेड परेड मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र में परिवर्तन का नारा दिया. जनता से सीधे मुखातिब होते हुए मोदी ने कहा,‘आजादी मिले 67 वर्ष हो गये. देश की जनता अब इंतजार करने के लिए तैयार नहीं है. ’ सभा में मौजूद लोगों से उन्होंने पूछा, ‘67 साल बाद जनता को जवाब मांगने का अधिकार है या नहीं.

लेकिन केंद्र की सरकार को इसकी परवाह नहीं है.’ उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 35 वर्षो के माकपा के राज को जनता ने खत्म किया. यहां परिवर्तन के लिए लोगों ने जान लगा दी. लेकिन सही मायने में परिवर्तन आया है क्या. बंगाल की जनता से वह सीधी बात करने आये हैं. जनता को बंगाल की सरकार से यहां के विकास का हिसाब मांगना चाहिए.

लोकसभा चुनाव में भाजपा को जिताकर उनसे विकास का हिसाब मांगें. 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बने. फिर बंगाल और केंद्र की सरकार में स्पर्धा हो जाये कि कौन बेहतर काम करता है. जनता के दोनों हाथों में लड्ड होगा. बंगाल में राज्य सरकार विकास करेगी. केंद्र से भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार और उनके ऊपर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तो हैं ही. यदि भाजपा की सरकार केंद्र में बनती है तो बंगाल के साथ जो अन्याय हुआ है वह मिट जायेगा.

67 सालों से बने गड्ढों को भरने का काम शुरू हो जायेगा. बंगाल की आर्थिक दुर्दशा का जिक्र करते हुए उनका कहना था कि 1980 में देश के औद्योगिक विकास में बंगाल का हिस्सा 10 फीसदी तक था. आज तीन से चार फीसदी तक ही है. हालांकि सभा में मोदी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर किसी प्रकार का सीधा हमला करने से गुरेज किया. इसके बदले उन्होंने केंद्र द्वारा राज्य से भेदभाव किये जाने की ही बात कही.

माकपा पर साधा निशाना

माकपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने हमेशा मजदूरों के लिए गाने गाये. उनके हितों के कार्य करने का वादा किया, उन्होंने यहां के मजदूरों के लिए क्या किया. क्या यहां कोई मजदूर सुखी हुआ. भाजपा की यही आकांक्षा है कि हिंदुस्तान के सभी मजदूरों को सम्मान मिले. कम्युनिस्टों की बंगाल में 35 वर्षो तक सत्ता थी लेकिन जनता के विकास के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया.

आरोपों का दिया जवाब

नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन पर अल्पसंख्यकों की अनदेखी के आरोप लगते रहे हैं. लेकिन गुजरात और बंगाल की यदि तुलना करें तो हालात समझ में आ जाते हैं. गुजरात में हजयात्र के लिए 4800 लोगों का कोटा है. जबकि जाने के लिए आवेदन 37 हजार आते हैं. बंगाल में कोटा 11 हजार 600 का है. जबकि आवेदन महज 12 हजार ही आते हैं. यानी गुजरात के अल्पसंख्यकों के पास पैसे हैं. इसलिए वह हज पर जा सकते हैं.

गांधी परिवार को घेरा

मोदी ने एक बार फिर गांधी परिवार पर हमला बोला. इस बार उन्होंने गांधी परिवार पर प्रधानमंत्री की ताजपोशी के लिए गांधी परिवार के किसी सदस्य या अन्य किसी करीबी को तरजीह देने का आरोप लगाया. मोदी ने कहा कि 1984 में जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी उस वक्त राजीव गांधी कोलकाता में ही थे. यहां से वह दिल्ली के लिए रवाना हुए.

उस वक्त कांग्रेस में सबसे वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी थे. लोकतंत्र के मुताबिक, बेहतर होता यदि प्रणब मुखर्जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया जाता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. परिवार को लगा कि कुछ गलत हो रहा है. उन्हें प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया. बाद में प्रणब दा को मंत्री परिषद में भी नहीं लिया गया. यह भूलने की बात नहीं है. 2004 में जब सोनिया गांधी प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहती थीं, तब प्रणब मुखर्जी को ही प्रधानमंत्री बनाया जाना चाहिए था. लेकिन एक बार फिर ऐसा नहीं किया गया. मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बना दिया गया.

यह कभी भी नहीं भूलना चाहिए. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता की बातें करने लगती है. वह सेकुलरिज्म के ठेकेदार बन जाते हैं. यह वोट बैंक की राजनीति है. कांग्रेस ने देश के मुसलमानों को इंसान माना ही नहीं. वह उन्हें महज वोटर ही मानती है.

वाम मोरचा और तीसरे मोरचे पर साधा निशाना, ममता के प्रति नरम रुख केंद्र में मैं, राज्य में ममता निगरानी प्रणब दा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के प्रति थोड़ा नरम रुख अपनाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद आपके पास ममता के नेतृत्व में एक निर्वाचित सरकार है.

लोग सभी 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों को चुनकर प्रयोग कर सकते हैं. तृणमूल यहां अपना काम करेगी. आप उन्हें राज्य में काम के लिए जवाबदेह ठहराइए और मुङो देश में काम के लिए. मुकाबला होने दीजिए. आपको दिल्ली की मदद की जरूरत पड़ेगी.

उन्होंने कहा कि केंद्र में मेरे साथ, राज्य में ममता बनर्जी के साथ. यह आपके लिए बहुत बढ़िया स्थिति होगी और प्रणब दा को निगरानी करने दीजिए. मोदी ने सुभाष चंद्र बोस के नारे ‘तुम मुङो खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ को दोहराते हुए कहा, मैं आज उसी अंदाज में आपसे कहता हूं कि ‘तुम मुङो साथ दो, मैं तुम्हें सुराज दूंगा.

बंगाल को मिले विशेष पैकेज

कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने ब्रिगेड परेड मैदान में पार्टी की जनचेतना रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए विशेष पैकेज और केंद्रीय कर्ज की वसूली में तीन वर्ष की मोहलत दी जानी चाहिए.

पश्चिम बंगाल में उद्योगों की बदहाली के लिए पूर्व की वाम मोरचा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि कभी उद्योग के क्षेत्र में अग्रणी रहनेवाले बंगाल की दशा वाम मोरचा सरकार के दौरान काफी दयनीय हो गयी. 35 वर्षो में वाम मोरचा ने बंगाल को पूरी तरह खोखला कर दिया था.

राज्य में नयी सरकार तो आयी, लेकिन उस समय यहां का राजकोष खाली था और सरकार पर पहले से ही करीब दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज था. राज्य के विकास के लिए यहां की सरकार द्वारा पुराने कर्ज की वसूली में कम से कम तीन वर्ष की छूट देने की मांग जायज है, इसलिए केंद्र सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही दोहरे मापदंड की राजनीति करती है. बंगाल की जायज मांग को भी वह नहीं स्वीकार कर रही, इसलिए यहां से प्रत्येक वर्ष 28 हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार ले लेती है, ऐसे में राज्य का विकास संभव नहीं है.

श्री सिंह ने तीसरे मोरचे की वकालत करनेवाली पार्टियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो पार्टियां अपने राज्य में तीसरे स्थान पर हैं, वे ही अब तीसरे मोरचे की बात कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र में अगर भाजपा की सरकार बनती है, तो वह सरकार देश के किसी एक कोने के लिए नहीं, बल्कि समग्र देश के विकास के लिए कार्य करेगी.

इस कृषि प्रधान देश में सबसे बुरी हालत किसानों की है, इसलिए भाजपा की सरकार आने पर उनको खेतों में फसल की बुवाई के पहले उपज की कीमत तय की जायेगी. देश की अर्थ व्यवस्था में सुधार लाना जरूरी है और यह तभी संभव होगा, जब केंद्र में भाजपा की सरकार होगी.

विवेकानंद का सपना था कि भारत जगद्गुरु बने. सदियों पहले भारत विश्व का नेतृत्वकर्ता था. लेकिन हम भूल गये कि ऐसा तभी था जब बंगाल देश का नेतृत्वकर्ता था. आपको अवश्य नेतृत्व करना चाहिए और ऐसी पार्टी के लिए वोट करना चाहिए जो एक बार फिर बंगाल को बदल सके.

-नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री गुजरात

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