विधाननगर कमिश्नरेट घेरने की तैयारी में जुटे टैक्सी संगठन

कोलकाता: मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड के दोषियों की सजा देने व पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर टैक्सी चालकों का संगठन विधाननगर कमीशनरेट के घेराव की तैयारी में जुट गया है. कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) व कोलकाता टैक्सी वर्क्‍स यूनियन (सीटू) की ओर से संयुक्त रूप से 20 फरवरी को विधाननगर कमीशनरेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2014 8:45 AM

कोलकाता: मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड के दोषियों की सजा देने व पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर टैक्सी चालकों का संगठन विधाननगर कमीशनरेट के घेराव की तैयारी में जुट गया है.

कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) व कोलकाता टैक्सी वर्क्‍स यूनियन (सीटू) की ओर से संयुक्त रूप से 20 फरवरी को विधाननगर कमीशनरेट का घेराव किया जायेगा. बेलियाघाटा सीआइडी रोड से जुलूस निकाला जायेगा. यह जुलूस विधाननगर कमीशनरेट के पास समाप्त होगा.

दोनों टैक्सी चालकों के संगठनों की ओर से विधाननगर कमीशनर को ज्ञापन भी दिया जायेगा. उल्लेखनीय है कि मध्यमग्राम कांड के दोषियों को सजा देने की मांग पर इन संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राजभवन जाकर राज्यपाल के विशेष सचिव को ज्ञापन सौंप कर राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की थी. कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन (एटक) के महासचिव प्रदेश एटक के सचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि 20 फरवरी को घेराव के दौरान न केवल टैक्सी संगठनों के कार्यकर्ता रहेंगे, वरन अन्य परिवहन संगठनों के भी प्रतिनिधि रहेंगे. उन्होंने आरोप लगाया किमध्यमग्राम कांड के पीड़िता के पिता को अभी तक न्याय नहीं मिला है और न ही राज्य सरकार की ओर से कोई पहल ही की गयी है. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा दायर किया गया चाजर्शीट पूरी तरह से सही नहीं है. इसमें पीड़िता का डाइंग स्टेटमैन नहीं लिया गया है.

इस चाजर्शीट की रिव्यू कर फिर से दायर किया जाये. उन्होंने कहा कि थाना पुलिस अधिकारी ने पीड़िता की पिता को न केवल थाने में बहुत देर तक बैठा कर रखा, बल्कि उन्हें धमकी दी कि यदि वह पीड़िता के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने नहीं देते हैं, तो उन्हें कोलकाता में टैक्सी चलाने नहीं दिया जायेगा और उन्हें बिहार जाना होगा. अंतत: पीड़िता के पिता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मदद से बिहार में पुलिस में नौकरी कर रहे हैं. बंगाल में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि सुरक्षा के कारण किसी को बंगाल छोड़ कर जाना पड़ा हो. कोलकाता टैक्सी वर्क्‍स यूनियन (सीटू) के महासचिव रघुनाथ पांडेय ने कहा कि उन लोगों का आंदोलन जारी रहेगा तथा न्याय के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे.

Next Article

Exit mobile version