पुलिस अधिकारियों के दबाव से आत्महत्या का आरोप

बजबज थाने की घटना अदालत ने दिया तत्काल जांच रिपोर्ट जमा करने का आदेश पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट से अदालत असंतुष्ट कोलकाता : उसकी शादी के महज 24 घंटे ही बीते थे. पत्नी व ससुराल वालों ने उस पर थाना में दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगा कर संबंध तोड़ लिया था. उसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2017 8:07 AM
बजबज थाने की घटना
अदालत ने दिया तत्काल जांच रिपोर्ट जमा करने का आदेश
पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट से अदालत असंतुष्ट
कोलकाता : उसकी शादी के महज 24 घंटे ही बीते थे. पत्नी व ससुराल वालों ने उस पर थाना में दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगा कर संबंध तोड़ लिया था. उसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था. परंतु सिलसिला यहीं नहीं थमा. आखिरकार उस व्यक्ति को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा. यह किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि दक्षिण 24 परगना के बजबज थाना के दो पुलिस अधिकारियों पर उस व्यक्ति को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगा है.
यह घटना इसी वर्ष अगस्त महीने की है. मृतक का नाम विश्वनाथ देशमुख था. वह बजबज के निश्चिंतपुर इलाके का रहनेवाला था. मृतक के भाई तिलकनाथ देशमुख ने जिला पुलिस अधीक्षक सुनील चौधरी को नवंबर में पत्र लिख कर अपने भाई की आत्महत्या के लिए दोषी अधिकारियों पर कारवाई के लिए लिखा था. शनिवार को अलीपुर जिला अदालत ने पुलिस की रिपोर्ट पर क्षोभ प्रकट करते हुए किसी अन्य वरिष्ठ अधिकारी द्वारा जांच कमेटी गठन कर आरोप पत्र जमा करने का निर्देश दिया है. इस संबंध में मृतक के भाई ने अदालत में विश्वनाथ देशमुख द्वारा मौत से पहले लिखे गए सुसाइड नोट को आधार बनाया है. जिसमें कहा गया है कि जमानत पर रिहा होकर आने के बाद भी लगातार जांच के नाम पर उनसे रुपयों की मांग के लिए हमेशा दबाव बनाया जाता था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी पत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच की गुहार लगायी गयी है.

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