राज्य सरकार से झगड़ा नहीं : रोशन गिरि

केंद्र सरकार चाहे तो कर सकती है अलग राज्य का गठन अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोजमुमो ने दार्जिलिंग शहर में निकाली रैली गोरखा जनमुक्ति मोरचा का प्रतिनिधिमंडल कल दिल्ली जायेगा दार्जिलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य की मांग में रविवार को गोरखा जनमुक्ति मोरचा की ओर से शहर में रैली निकाली गयी. रैली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2014 6:37 AM

केंद्र सरकार चाहे तो कर सकती है अलग राज्य का गठन

अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोजमुमो ने दार्जिलिंग शहर में निकाली रैली

गोरखा जनमुक्ति मोरचा का प्रतिनिधिमंडल कल दिल्ली जायेगा

दार्जिलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य की मांग में रविवार को गोरखा जनमुक्ति मोरचा की ओर से शहर में रैली निकाली गयी. रैली दार्जिलिंग शहर के लाडेनला रोड, एचडी लामा रोड होते हुए चौक बाजार पहुंची, जहां बाद में जनसभा का आयोजन किया गया. सोमवार से माध्यमिक परीक्षा शुरू होने के मद्देनजर जनसभा के लिए प्रशासन ने माइक इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी थी.

जनसभा को माइक के बिना ही संबोधित करते हुए गोजमुमो महासचिव रोशन गिरि ने कहा कि तेलंगाना बिल को लोकसभा व राज्यसभा ने पारित करके यह साबित कर दिया गया है कि केंद्र सरकार चाहे तो राज्य सरकार के विरोध के बावजूद अलग राज्य का गठन कर सकती है. इसलिए अब अलग राज्य के लिए राज्य सरकार के साथ कोई झगड़ा नहीं किया जायेगा.

उन्होंने कहा कि 25 फरवरी को मोरचा का छह सदस्यीय प्रतिनिधिदल दिल्ली जायेगा. दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के अलावा अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ गोरखालैंड मुद्दे पर बातचीत की जायेगी. रोशन गिरि प्रतिनिधिदल का नेतृत्व करेंगे. इसमें डॉ आरवी भूजेल, नार्देन लामा, स्वराज थापा, विनोद प्रकाश शर्मा, अमर सिंह राई शामिल होंगे. उल्लेखनीय है कि माध्यमिक परीक्षा के मद्देनजर दो मार्च को सुकना में होने वाली मोरचा की जनसभा स्थगित कर दी गयी है.

गोरखा लीग ने पीएम और गृहमंत्री को भेजा पत्र

दार्जिलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य के गठन की मांग में अखिल भारतीय गोरखालीग पार्टी ने प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को पत्र भेजा है. यह जानकारी पार्टी प्रमुख भारती तामांग ने दी. शनिवार को स्थानीय गोरखालीग केंद्रीय कार्यालय में पार्टी की केंद्रीय कमेटी की बैठक भारती तामांग की अध्यक्षता में संपन्न हुई.

इस दौरान भारती तामांग ने कहा कि देश की सबसे पुरानी मांग गोरखालैंड को नजरअंदाज करना गोरखा समुदाय के लिए दुर्भाग्य की बात है. उन्होंने गोरखालैंड मांग पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करने की अपील की. लोकसभा चुनाव में डॉ महेंद्र पी लामा को समर्थन देने के बारे में उन्होंने कहा कि डॉ लामा को समर्थन देने का प्रस्ताव आज से कुछ महीने पहले ही लिया जा चुका है.

उन्होंने पार्टी का प्रमुख मुद्दा गोरखालैंड बताया. भारती तामांग ने कहा कि गोरखालैंड के मुद्दे पर किसी तरह का समझौता नहीं किया जायेगा. दो मार्च को पार्टी की दोबारा बैठक होगी.

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