विद्यार्थियों ने संभाली मोदी की कमान
कोलकाता: बंगाल के मेधावी विद्यार्थियों की राजनीति से दूरी का आरोप अब दूर होता दिख रहा है. अग्रणी शैक्षिक संस्थानों के विद्यार्थी अब अग्रणी नेताओं की राजनीतिक कमान को संभालने में मदद कर रहे हैं. इन नेताओं में लालकृष्ण आडवाणी, राहुल गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी जैसे नेता शामिल हैं. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ […]
कोलकाता: बंगाल के मेधावी विद्यार्थियों की राजनीति से दूरी का आरोप अब दूर होता दिख रहा है. अग्रणी शैक्षिक संस्थानों के विद्यार्थी अब अग्रणी नेताओं की राजनीतिक कमान को संभालने में मदद कर रहे हैं. इन नेताओं में लालकृष्ण आडवाणी, राहुल गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी जैसे नेता शामिल हैं. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है आइआइटी खड़गपुर व आइआइएम कलकत्ता के विद्यार्थी चुनावी प्रक्रिया में इन नेताओं की खासी मदद करते दिख रहे हैं.
नरेंद्र मोदी के चुनाव अभियान को मजबूती प्रदान करने के लिए आइआइटी खड़गपुर के 17 विद्यार्थी, सिटीजंस फॉर एकाउंटेबल गवर्नेस (सीएजी) के एसोसिएट सदस्य बन गये हैं. यह विद्यार्थियों, बुद्धिजीवियों और प्रोफेशनल्स की मोदी के अभियान को मदद देने की घोषित संस्था है. आइआइएम कलकत्ता के कम से कम 31 विद्यार्थियों ने तृणमूल खेमे में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया है. इनमें से 14 को शॉर्टलिस्ट भी कर लिया गया है. पार्टी की ओर से केवल दो इंटर्न को इंटरव्यू की कड़ी प्रक्रिया के बाद आखिरकार चुना जायेगा. टी पार्टी से लेकर नुक्कड़ सभाओं तक, आइआइटी खड़गपुर के 17 नमो समर्थकों को सर्वत्र ही देखा जा सकता है.
वह आइआइटी परिसर से साइकिल पर आसपास के गांवों के लिए निकलते हैं. मतदाताओं से बात करने के अलावा उन्हें उनके अधिकारों के बारे में सूचित करते हैं. साथ ही गुजरात के उत्थान के संबंध में भी जानकारी देते हैं. खड़गपुर के लोगों को गुजरात पर शोध समीक्षा दिखायी जाती है. इन विद्यार्थियों ने एमटेक के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी चंदन कुमार और बीटेक फाइनल इयर के विद्यार्थी प्रवीण कौशल को अपना नेता चुना है. प्रवीण ने बताया कि सीएजी में कुछ समय पहले वह शामिल हुए थे. अब उन्होंने मोदी के समर्थन में चाय पे चर्चा नामक अभियान चलाया है. यह जिले के भाजपा नेताओं द्वारा चलाया जा रहा अभियान है. इसके लिए वह प्रचार करते हैं.
भाजपा के खड़गपुर टाउन अध्यक्ष प्रेमचंद झा ने बताया कि भाजपा के कामकाज में विद्यार्थियों की दिलचस्पी देखकर वह काफी खुश हैं. इन विद्यार्थियों के पास भाषा और तकनीक की शक्ति है. वह हमारी शक्ति को बढ़ा सकते हैं. वह सोशल मीडिया और स्मार्ट इ-डिजाइन के जरिये हमारी मदद कर सकते हैं.
कुछ लोगों के मुताबिक दिल्ली की गद्दी पर अरविंद केजरीवाल के उत्थान के कारण ही आम लोगों की राजनीति के प्रति दिलचस्पी बढ़ी. उल्लेखनीय है कि श्री केजरीवाल खुद भी आइआइटी खड़गपुर के एल्यूमनी रह चुके हैं. इधर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद डेरेक ओ ब्रायन के मुताबिक आइआइएम-सी के विद्यार्थियों की इंटर्नशिप के बाद दो को एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने और बातचीत करने का मौका मिलेगा.