फरजी चेक से लाखों का गबन करनेवाले छह गिरफ्तार
जोधपुर पार्क में एक सरकारी बैंक से निकाले 8.56 लाख रुपये भवानीपुर में एक अन्य बैंक से निकाले 48.53 लाख रुपये पैनकार्ड, वोटर कार्ड व रबर स्टांप हुए जब्त चेक नंबर सप्लाई करनेवाले की हो रही तलाश कोलकाता : एक संस्था के चेक बुक के नंबर की नकल कर नकली चेक से संस्था के बैंक […]
जोधपुर पार्क में एक सरकारी बैंक से निकाले 8.56 लाख रुपये
भवानीपुर में एक अन्य बैंक से निकाले 48.53 लाख रुपये
पैनकार्ड, वोटर कार्ड व रबर स्टांप हुए जब्त
चेक नंबर सप्लाई करनेवाले की हो रही तलाश
कोलकाता : एक संस्था के चेक बुक के नंबर की नकल कर नकली चेक से संस्था के बैंक अकाउंट से 57 लाख रुपये से ज्यादा निकाल लेनेवाले गिरोह के छह सदस्यों को लालबाजार की बैंक धोखाधड़ी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. दबोचे गये आरोपियों के नाम अशोक चक्रवर्ती उर्फ आदित्य (41), विकास सरकार उर्फ विभाष (33), निहार चौधरी (54), प्रसेनजीत पोल्ले (30), संजय गून (48) और शाहिद कलीम (38) हैं. इन्हें रिजेंट पार्क, नोआपाड़ा और हावड़ा से गिरफ्तार किया गया है. अदालत में पेश करने पर सभी को 24 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया है. इनके पास से संस्था के रबर स्टांप और कंप्यूटर भी जब्त किये गये हैं.
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (5) सह संयुक्त अायुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि पश्चिम बंग गौ संपद विकास संस्था के नाम से गिरोह के सदस्यों ने नकली चेक तैयार किया था. इधर भवानीपुर व लेक इलाके में दो अलगअलग सरकारी बैंक में आदित्य चक्रवर्ती के नाम से बैंक अकाउंट खोलकर नकली चेक पर उस संस्था का नाम व स्टांप लगाकर दोनों बैंक खातों में आठ लाख 56 हजार 290 रुपये व 48 लाख 53 हजार रुपये का दो चेक जमा कर दिया. इधर दोनों चेक से तकरीबन 57 लाख रुपये आदित्य के नाम से खोले गये अकाउंट में कैश भी हो गये.
इधर उस संस्था को इसकी जानकारी मिली तो बैंक में इसकी शिकायत दर्ज की गयी जिसके बाद डलहौसी स्थित बैंक की प्रमुख शाखा की तरफ से हेयर स्ट्रीट थाने में आठ अप्रैल को इसकी शिकायत दर्ज की गयी जिसके बाद लालबाजार के बैंकफ्रॉड शाखा की टीम ने इसकी जांच शुरू कर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को संस्था के असली चेक बुक का नंबर किसने उपलब्ध कराया, पुलिस पता लगा रही है. विशाल गर्ग ने बताया कि गिरोह के बाकी सदस्यों की जल्द गिरफ्तारी कर ली जायेगी.