15 साल बाद शुरू हुई धूपगुड़ी हत्याकांड की सुनवाई

जलपाईगुड़ी. कामतापुर लिबरेशन आर्गनाइजेशन (केएलओ) उग्रवादियों द्वारा धूपगुड़ी स्थित माकपा कार्यालय पर हमला कर पांच लोगों की हत्या किये जाने के मामले की सुनवाई 15 साल बाद शुरू हो गई है. बृहस्पतिवार से जलपाईगुड़ी अदालत में गवाहों का बयान दर्ज करना शुरू हुआ है. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस मामले की शिकायत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2017 8:50 AM
जलपाईगुड़ी. कामतापुर लिबरेशन आर्गनाइजेशन (केएलओ) उग्रवादियों द्वारा धूपगुड़ी स्थित माकपा कार्यालय पर हमला कर पांच लोगों की हत्या किये जाने के मामले की सुनवाई 15 साल बाद शुरू हो गई है. बृहस्पतिवार से जलपाईगुड़ी अदालत में गवाहों का बयान दर्ज करना शुरू हुआ है. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस मामले की शिकायत कराने वाले धूपगुड़ी माकपा जोनल कमेटी के सदस्य सुभाष चन्द्र राय तथा एक अन्य माकपा समर्थक गौतम मित्र हमले की घटना में किसी को भी नहीं पहचान पाये. दूसरी तरफ इस मामले के मुख्य आरोपी तथा केएलओ के पूर्व डिप्टी कमांडर टॉम अधिकारी मंजलाल सिंह एवं नारायण थापा को जमानत दे दी गई है.
क्या कहना है सरकारी वकील का
सरकारी वकील सोमनाथ पाल ने बताया है कि धूपगुड़ी थाना के कांड संख्या 90/02 मामले में सुभाष चन्द्र राय तथा गौतम मित्र ने गवाही दी है. इस मामले में कुल 78 गवाह हैं. पुलिस ने 39 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है. इसमें से 33 लोग वर्तमान में हैं.
बाकी लोग लापता हैं. दूसरी तरफ टॉम के वकील अभिजीत सरकार ने पुलिस पर फंसाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जाली दस्तावेज के आधार पर टॉम तथा उसके साथियों को फंसाया गया. जिला अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है. अब इन सभी को रोज अदालत में आकर हाजिरी देनी है. उन्होंने आगे कहा कि टॉम के खिलाफ कुल 16 मामले हैं और सभी में उसे जमानत मिल गई है. बृहस्पतिवार को उसने अदालत में हाजिरी दी.
क्या है मामला
यहां उल्लेखनीय है कि 17 अगस्त 2002 को धूपगुड़ी माकपा कार्यालय पर हमला हुआ था. उग्रवादियों ने पांच लोगों को गोलियों से भून दिया था. तत्कालीन वाम मोरचा संचालित जलपाईगुड़ी जिला परिषद के पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रमुख गोपाल चाकी, माकपा समर्थक गणेश राय, गोसाई शील, दुलाल एवं सुबोध राय मारे गये थे. उग्रवादियों ने एके 47 से सभी को भून दिया था. कई लोग घायल भी हुए थे. इस घटना को लेकर टॉम अधिकारी सहित 39 केएलओ उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी. तब सुभाष चन्द्र राय एवं गौतम मित्र ने ही पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी. जलपाईगुड़ी जिला अदालत में आज से इस मामले की गवाही शुरू हुई.
समाज के मुख्यधारा में शामिल होना चाहता है केएलओ का डिप्टी कमांडर
टॉम ने कहा है कि घर में अब मां-पिता नहीं है. परिवार में अब भाई-भाभी और अन्य सदस्य हैं. वह अब इन लोगों के साथ ही रहना चाहता है. उसने अपने जीवन में काफी नुकसान कर लिया है. टॉम ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नौकरी देने की भी मांग की. जमानत पर रिहा हुए दो अन्य केएलओ उग्रवादी मथलाल सिंह तथा नारायण ने भी बताया है कि वह लोग नयी जीवन शुरू करना चाहते हैं. समाज के मुख्य धारा में शामिल होना चाहते हैं. टॉम ने अपनी रिहायी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धन्यवाद दिया है और कहा है कि वह मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी लिखेगा. कामतापुरी भाषा को मान्यता देने के लिए भी उसने ममता बनर्जी की सराहना की है. इधर, जलपाईगुड़ी सेंट्रल जेल में अभी भी चार कुख्यात केएलओ उग्रवादी प्रदीप राय, ज्योतिष राय, मलखान सिंह तथा अभिजीत सिंह बंद हैं.

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