मोदी को देंगे कड़ी चुनौती : ममता

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का नाम लिये बैगर कहा है कि उनके लिए चुनावी लड़ाई आसान नहीं होगी. मंगलवार को तृणमूल उम्मीदवारों के लिए पैलान से चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2014 8:12 AM

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का नाम लिये बैगर कहा है कि उनके लिए चुनावी लड़ाई आसान नहीं होगी.

मंगलवार को तृणमूल उम्मीदवारों के लिए पैलान से चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि भाजपा सत्ता में आ रही है. वह देख रही हैं कि भाजपा के सत्ता में आने से पहले काफी लोग नमो-नमो का जाप कर रहे हैं. पर यह आसान नहीं होगा. सरकार बनाने के लिए वह नंबर कहां से लायेंगे. राष्ट्रीय राजनीति में हमारी समझ किसी से कम नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लड़ाई आसान नहीं होगी. नरेंद्र मोदी को विजेता बता रहे जनमत सर्वेक्षणों पर कटाक्ष करते हुए तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि एक दिन गुजरते ही सारा गणित धुंधला हो जाता है. भाजपा का बंगाल, ओड़िशा जैसे कई राज्यों में कोई आधार ही नहीं है. हम लोग विभाजनकारी राजनीति की इजाजत नहीं देंगे.

गोरखा जनमुक्ति मोरचा द्वारा भाजपा को समर्थन दिये जाने के मुद्दे पर सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि पहाड़ पर केवल एक सीट हासिल करने के लिए राज्य को बांटने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि देश में केवल फेडरल फ्रंट की ही सरकार बनेगी, क्योंकि कांग्रेस या भाजपा नहीं, बल्कि केवल फेडरल फ्रंट की देश को स्थिर सरकार दे सकता है. उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में तृणमूल तीसरा सबसे बड़ा दल बन कर उभरेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में माकपा, कांग्रेस और भाजपा मिल कर सिंडिकेट चला रही हैं. कांग्रेस भ्रष्टाचार का प्रतिनिधित्व करती है तो भाजपा सांप्रदायिक पार्टी है, वहीं माकपा विनाशकारी राजनीतिक के रास्ते पर चलती है.

उन्होंने कहा कि हम सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई करेंगे. तीसरे मोरचे पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि तथाकथित तीसरा मोरचा एक मौकापरस्त गंठबंधन है, जो केवल अस्थिरता लायेगा. हम दिल्ली में परिवर्तन चाहते हैं. हम जनता की सरकार चाहते हैं न महंगाई बढ़ानेवाली कोई सरकार.

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