पश्चिम बंगाल : कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली (Abhijeet Ganguly) ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा है और उसकी प्रतियां प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ एवं कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टी एस शिवज्ञानम को भेजी हैं. न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय सुबह उच्च न्यायालय में अपने चैंबर में पहुंचे जिसके बाद उनकी ओर से त्यागपत्र भेजा गया. वह दोपहर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले हैं जहां उनके द्वारा अपनी भावी योजना का खुलासा किये जाने की संभावना है.
अटकले हैं कि वह राजनीति में जायेंगे
ऐसी अटकलें हैं कि वह राजनीति में जायेंगे. न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने रविवार को घोषणा की थी कि वह पांच मार्च को न्यायाधीश पद से इस्तीफा दे देंगे. कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गांगुली ने सोमवार को कहा उन्होंने बतौर न्यायाधीश अपना काम पूरा कर लिया है. जस्टिस गांगुली ने अदालत ने कक्ष में अंतिम दिन पूर्व मेदिनीपुर के एक जिला जज के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश के साथ पीठ में अपने करियर पर विराम लगा दिया, वह सोमवार सुबह अदालत आये और अपने सामने आने वाले एक के बाद एक, सभी मामलों से खुद को अलग कर लिया, जिनमें वे मामले भी शामिल थे, जिनकी आंशिक सुनवाई हुई है या जिनमें फैसले सुरक्षित हैं. जानकारी के अनुसार, न्यायाधीश अभिजीत गांगुली ने सोमवार को सिर्फ एक मामले की सुनवाई की और लगभग 63 मामलों को छोड़ दिया. उन्होंने पूर्व मेदिनीपुर में एक जिला न्यायाधीश के खिलाफ सतर्कता से संबंधित मामले की संक्षिप्त सुनवाई की और मुख्य न्यायधीश को उनके खिलाफ सिफारिश की कार्रवाई की.