पांच वर्ष तक रसोई गैस फ्री करे, बंगाल की सभी सीटों से प्रार्थी हटा लेगी तृणमूल
डायमंड हार्बर. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सांसद व तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अपने संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर में प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं. शनिवार को अभिषेक ने मथुरापुर में जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने भाजपा को एक नयी चुनौती दे डाली. उन्होंने मंच से कहा, “ यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली भाजपा सरकार नोटिफिकेशन जारी कर पांच वर्षों तक रसोई गैस फ्री करना सुनिश्चित कर दे, तो तृणमूल बंगाल में सभी 42 सीटों से अपने उम्मीदवार हटा लेगी. क्या भाजपा यह चुनौती स्वीकार करेगी?” श्री बनर्जी यहीं नहीं रुके. उन्होंने बंगाल में ‘लक्खी भंडार’ योजना को लेकर भाजपा नेताओं के दावे पर भी तंज कसा है. उन्होंने कहा, “भाजपा नेता यह दावा कर रहे हैं कि यदि उनकी सरकार बंगाल में बनी, तो वे लक्खी भंडार योजना के तहत दी जाने वाली राशि बढ़ाकर तीन हजार कर देंगे. मैं भाजपा नेताओं को यह भी चैलेंज देना चाहता हूं कि यदि देश के 17 भाजपा शासित प्रदेशों में एक भी राज्य में भगवा दल की सरकार वहां की महिलाओं को प्रति महीने डेढ़ हजार रुपये देने की ऐसी योजना शुरू कर दे, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.” लोकसभा चुनाव में बंगाल की चार सीटों डायमंड हार्बर, झाड़ग्राम, आसनसोल और बीरभूम में भाजपा द्वारा अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं होने पर तंज कसते हुए तृणमूल नेता बनर्जी ने आरोप लगाया कि गैर भाजपा दलों व भाजपा विरोधी दलों पर दबाव डालने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी का सहारा लिया जाना बंद नहीं हुआ है. बंगाल की चार सीटों पर भाजपा को अपने उम्मीदवार इडी, सीबीआइ, आइटी व एनआइए के निदेशकों को बना देना चाहिए. ‘मेघनाद’ की तरह ‘बादलों’ में छिपकर लड़ाई करने से अच्छा है कि जनता के दरबार में लड़ाई हो. उन्होंने अन्य मुद्दों को लेकर भी प्रधानमंत्री व भाजपा पर कटाक्ष किया. इस दिन सभा के दौरान ही भाजपा छोड़ चुके कुछ नेताओं ने तृणमूल का दामन थामा. इन नेताओं में दिलीप जटुआ, शांतनु बापुली, मिंटू मोयरा, राहुल गायेन, राजाराम मंडल, अनिंद्र हालदार, राजू हालदार, अता गाजी और अंजाना सरदार शामिल हैं.