संवाददाता, कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को संदेशखाली में भाजपा नेताओं पर उन महिलाओं को ‘जान से मारने की धमकी’ देने का आरोप लगाया, जिन्होंने एक वीडियो के व्यापक रूप से प्रसारित होने के बाद पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के खिलाफ पुलिस शिकायतें वापस लेने की इच्छा व्यक्त की थी. वीडियो में दावा किया गया था कि भाजपा की तरफ से राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए ‘साजिश रची’ गयी थी. हालांकि, उक्त वीडियो की सत्यता की पुष्टि ‘प्रभात खबर’ ने नहीं की है. इधर, भाजपा ने वीडियो जारी कर लगाये गये आरोपों को खारिज किया और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस ‘झूठ’ का सहारा ले रही है.
सोशल मीडिया पर शनिवार को व्यापक रूप से प्रसारित एक वीडियो में संदेशखाली में भाजपा के मंडल प्रभारी होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने उनसे और क्षेत्र के अन्य भाजपा नेताओं से ‘शाहजहां शेख सहित तृणमूल के तीन नेताओं के खिलाफ यौन अत्याचार के आरोप लगाने के लिए तीन-चार स्थानीय महिलाओं को उकसाने’ के लिए कहा था. अधिकारी और भाजपा दोनों ने वीडियो को ‘फर्जी’ करार दिया है. तृणमूल नेता और राज्य की मंत्री डॉ शशि पांजा ने आरोप लगाया है कि ‘पिछले हफ्ते, हमने एक वीडियो में देखा था कि कैसे भाजपा ने पूरे संदेशखाली में उपद्रव की योजना बनायी थी और उसे अंजाम दिया था. अब झूठी शिकायतें वापस लेने की इच्छा जताने पर क्षेत्र की महिलाओं को भाजपा नेताओं द्वारा धमकाया जा रहा है. भाजपा को शर्म आनी चाहिए. सबसे पहले, उन्होंने महिलाओं को बदनाम किया और पूरे पश्चिम बंगाल की प्रतिष्ठा को धूमिल किया. अब वे जान से मारने की धमकियां देने पर उतर आये हैं.’
मंत्री पांजा के सुर में सुर मिलाते हुए तृणमूल नेता सुष्मिता देव ने सवाल किया, ‘भगवा खेमा कब तक धोखे का जाल बुनता रहेगा? अपने राजनीतिक लालच के लिए बेशर्मी से हमारी माताओं और बहनों की गरिमा को रौंदेगा.’ उन्होंने दावा किया, ‘भाजपा संदेशखाली की साहसी महिलाओं को उनके खिलाफ बोलने का साहस करने पर जान से मारने की धमकियां दे रही है. वे बेशर्मी से महिलाओं को धमकी दे रहे हैं, क्योंकि अब उनका पर्दाफाश हो गया है.’
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