हर तरफ खोजने के बाद नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर में मिला बड़े भाई का शव

कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना के बाद कई दिन तक अपने बड़े भाई को तलाश के बाद अंत में उसका शव मुर्दाघर में मिला.

By Prabhat Khabar News Desk | June 21, 2024 2:31 AM

दमदम. कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना के बाद कई दिन तक अपने बड़े भाई को तलाश के बाद अंत में उसका शव मुर्दाघर में मिला. इस खबर से दक्षिण दमदम नगरपालिका के वार्ड 33 के दक्षिणदारी निवासी विश्वप्रताप मिश्रा के घर में मातम पसरा है. 36 वर्षीय विश्वप्रताप डेढ़ माह बाद गुवाहाटी से लौट रहा था. ट्रेन दुर्घटना के बाद विश्वप्रताप का कुछ पता नहीं चल रहा था, जिससे परिवारवालों की चिंता और बढ़ती गयी. इसके बाद विश्वप्रताप का भाई अमित अपने रिश्तेदार विकास कुमार के साथ मंगलवार को बड़े भाई की तस्वीर लेकर न्यू जलपाईगुड़ी पहुंचे और विश्वप्रताप की तलाश में जुटा. अंत में बुधवार को नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर में उसने अपने बड़े भाई विश्वप्रताप के शव की पहचान की. अमित ने बताया कि उसे लगा था कि ट्रेन हादसा हुआ है, तो बड़े भाई जख्मी हो गये होंगे और किसी अस्पताल में ही होंगे, इसलिए संपर्क नहीं हो पा रहा है. लेकिन ऐसा दिन आयेगा, कभी सोचा नहीं था. अस्पताल अधीक्षक संजय मल्लिक ने कहा कि उस शव की पहचान नहीं हुई थी. अंत में उनके परिवार के लोगों ने शिनाख्त की. नियमानुसार पोस्टमार्टम के बाद शव को घर भेजने की व्यवस्था की गयी. इधर, खबर सुनते ही दमकल मंत्री सुजीत बोस, स्थानीय पार्षद माया माइती और दक्षिण दमदम नगरपालिका के सीआइसी पार्थ वर्मा ने शोकाकुल परिवार से मिल कर उन्हें सांत्वना दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. गौरतलब है कि विश्वप्रताप, अपनी मां, पत्नी और 12 वर्षीय बेटे के साथ दक्षिण दमदम नगरपालिका के वार्ड 33 के दक्षिणदारी में रहते थे.

मृतक के भाई अंकित मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि विश्वप्रताप एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे. उन्हें काम के सिलसिले में अलग-अलग जगहों पर जाना पड़ता था. डेढ़ माह पहले गुवाहाटी गये थे. वहां से वह कंचनजंघा एक्सप्रेस से घर लौट रहे थे.

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