मरीज की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा
ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत बिल्कुल ठीक थी. परिजनों ने मरीज से मुलाकात भी की थी.
आसनसोल. हीरापुर थाना अंतर्गत रामबांध निवासी 60 वर्षीय मुकेश कुशवाहा को हृदय संबंधी बीमारी की चिकित्सा के लिए निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था. शनिवार की रात 11:00 बजे मरीज की मौत हो गयी. घटना की जानकारी जब अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को दी तो परिजन काफी आश्चर्यचकित रह गये. उनका आरोप है कि मरीज के इलाज में लापरवाही बरती गयी है. जिस कारण मरीज की मौत हुई है. आसनसोल शहर के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट की देखरेख में जब उनका इलाज चल रहा था तो वह बिल्कुल सकुशल थे. थोड़ी बहुत कॉम्प्लिकेशंस हो रही थी. इस निजी अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ का नाम सुनकर वे अस्पताल में आये थे. कॉडियोलॉजिस्ट चिकित्सक ने जांच के बाद उन्हें बताया कि मरीज की स्थिति ठीक नहीं है. तुरंत ऑपरेशन करना होगा. अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें स्वास्थ्य साथी कार्ड जमा करने के लिए कहा था. उसके बाद ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत बिल्कुल ठीक थी. परिजनों ने मरीज से मुलाकात भी की थी. लेकिन उसी रात 11 बजे के बाद अस्पताल से फोन कर बताया गया कि मरीज की हालत नाजुक है. सुबह बताया गया कि मरीज की मौत हो गयी है. परिजनों की मांग है कि एक घंटे में मरीज की हालत इतनी खराब कैसे हो गयी कि उसकी मौत हो गयी. मरीज की बेटी पिंकी ने बताया कि उनके पिता को हृदय रोग था. जिसका इलाज शहर के एक प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट के पास हो रहा था. उनकी रिपोर्ट के अनुसार उनके पिता सकुशल थे. थोड़ी बहुत कॉम्प्लिकेशन हो रही थी. उनके धीरे-धीरे ठीक हो जाने की बात बतायी गयी थी. इस निजी अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट चिकित्सक नाम सुनकर वे लोग अस्पताल पहुंचे थे. जहां जांच के दौरान उन्हें बताया गया कि मरीज की हालत काफी नाजुक है. तुरंत ऑपरेशन करना होगा. ऑपरेशन पूरी तरह से कामयाब रहा था. ऑपरेशन के बाद मरीज स्वस्थ था. उन्होंने बातचीत भी की थी. उसके एक घंटे के बाद अस्पताल से फोन आया कि मरीज की हालत नाजुक है. सुबह उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. बताया गया कि परिजन अस्पताल प्रबंधन से मरीज से जुड़ी रिपोर्ट देने की मांग कर रहे थे. मरीज के परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर अस्पताल में हंगामा किया. अस्पताल में हंगामे की जानकारी प्रबंधन ने पुलिस को दी. मौके पर पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया. परिजनों ने मरीज के रिपोर्ट की मांग की है. अस्पताल प्रबंधन ने मरीज की चिकित्सा से जुड़े सारे रिपोर्ट परिजनों को सौंप दिया. उसके बाद परिजन शव को अस्पताल से लेकर गये.
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