Bengal Crime News : अब आपके मोबाइल में भी पोस्टल विभाग के नाम से आये मैसेज तो हो जाएं सतर्क

Bengal Crime News : लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता के विभिन्न थानों में अब तक इस तरह की कई शिकायतें पुलिस को मिली है. शिकायत लेकर आनेवाले लोगों का कहना है कि उन्हें अपने मोबाइल फोन में इस तरह का एसएमएस मिल चुका है. जागरूकता के प्रभाव के कारण हालांकि एक भी व्यक्ति ने इस झांसे में कदम नहीं रखा है, बल्कि उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी है.

By Shinki Singh | July 10, 2024 2:37 PM
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विकास कुमार गुप्ता, कोलकाता : अब तक कुरियर कंपनी, केवाईसी अपडेट, बिजली बिल के बकाया के भुगतान के नाम पर या फिर खुद को पुलिस अफसर बताकर ड्रग्स के मामले में फंसाने के नाम पर साइबर ठग (cyber Crime) लोगों द्वारा आम लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनसे मोटी रकम ठगने का तरीका अपनाते थे. लेकिन, समय के साथ लोगों के जागरूक होने के कारण अब इस तरह के ठगी के तरीकों में साइबर ठग लोगों को झांसे में डालने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. इसके कारण अब ठगों ने अब भारतीय डाकघर ( इंडियन पोस्टल सर्विस) के नाम का इस्तेमाल कर लोगों को धोखाधड़ी के जाल में फंसाने का नया तरीका ढूंढ निकाले हैं. लोगों के मोबाइल फोन में बिना किसी नंबर के पोस्टल विभाग के नाम का इस्तेमाल कर वे मैसेज भेज रहे हैं.

मुख्य बातें

  • कई लोगों के मोबाइल फोन में बिना किसी नंबर के आ रहा इंडियन पोस्टल विभाग के नाम से मैसेज
  • मैसेज में घर का पता गलत होने की बात कह लिंक भेजकर पता अपग्रेड करने को कह रहे वह
  • लालबाजार के साइबर क्राइम एक्सपर्ट का कहना, इस तरह का कोई मैसेज आये तो न दें कोई जवाब

क्या नया तरीका अपना रहे हैं साइबर ठग

लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता के विभिन्न थानों में अब तक इस तरह की कई शिकायतें पुलिस को मिली है. शिकायत लेकर आनेवाले लोगों का कहना है कि उन्हें अपने मोबाइल फोन में इस तरह का एसएमएस मिल चुका है. जागरूकता के प्रभाव के कारण हालांकि एक भी व्यक्ति ने इस झांसे में कदम नहीं रखा है, बल्कि उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी है. जिससे ऐसे शातिर साइबर ठगों पर कार्रवाई हो सके. लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, इन दिनों लोगों के फोन पर साइबर ठग भारतीय डाकघर के नाम से एसएमएस भेज रहे हैं. वह एसएमएस कौन भेज रहा है, उसमें एसएमएस भेजनेवाले का कोई नंबर नहीं होता है. केवल भारतीय डाकघर का नाम लिखा होता है. इसके साथ उस मैसेज के साथ एक लिंक भी रहता है. इसमें लिखा है कि आपके नाम से पार्सल आया है, लेकिन पार्सल में लिखा हुआ पता का लोकेशन नहीं मिलने के कारण वह डाकघर में वापस लौट आया है. अपने घर का पता अपडेट करने के लिए दिये गये लिंक पर क्लिक करें.

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दोबारा पार्सल डिलीवरी के नाम पर लिंक के जरिये ऑनलाइन मांग रहे दो से तीन रुपये

कुछ लोगों के पास आये मैसेज में लिखा है कि, आपके नाम से पोस्टऑफिस में आया पार्सल यहां काफी दिनों से पड़ा है. दोबारा पार्सल को डिलीवरी कराना चाहते हैं तो भेजे गये लिंक पर क्लिक कर ऑनलाइ 2 से 3 ट्रांसफर करें. दरअसल यह लिंक साइबर ठगों द्वारा भेजा गया फोन हैक करने का तरीका है. अगर कोई इस लिंक में क्लिक करता है, तो उसके नाम पर मौजूद बैंक अकाउंट से मोटी रकम निकाल लिये जायेंगे. पुलिस सूत्रों का कहना है कि शहर के विभिन्न इलाकों में साइबर ठगी को लेकर प्रचार किये जाने के कारण इन दिनों जितने लोगों को भी इस तरह का मैसेज आया है, वे पहले से जागरूक होने के कारण इस झांसे में नहीं फंसे हैं. लेकिन स्थानीय थाने को सूचित कर अपनी जिम्मेदारी निभाएं हैं. जिससे अन्य लोग भी सतर्क हो सकें.

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क्या कहती है पुलिस

कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (1) मुरलीधर शर्मा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के मोबाइल में इस तरह का मैसेज आये तो कोई जवाब न दें. कुछ इस तरह से वे सुरक्षित बच सकते हैं.

  • अपने नजदीकी थाने में जाकर इस तरह के मैसेज के संबंध में जानकारी दें
  • अगर आपके पास इस तरह का मैसेज आया है तो जवाब न देकर सीधे नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर इस बारे में पता करें.
  • आपके फोन पर आये इस तरह के मैसेज में दिये गये लिंक पर कभी भी क्लिक न करें
  • नजदीकी थाने में जाकर इसकी जानकारी देने के बाद इस तरह के मैसेज को तुरंत अपने मोबाइल से डिलीट कर दें, जिससे अनजाने में उस लिंक पर दोबारा क्लिक न हो जाये.
  • इन बातों पर ध्यान रखकर लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं
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