सिंचाई विभाग सहित सभी ब्लॉक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द ॉसंवाददाता, हावड़ा दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) द्वारा एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद ग्रामीण हावड़ा में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. यहां के दामोदर, रूपनारायण और मुंडेश्वरी नदी का जलस्तर बढ़ने की खबर है. हालांकि अभी बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं हुई है. ग्रामीण सुरक्षित हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने इससे निबटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. रविवार को डीएम डॉ पी दीपाप प्रिया ने उदयनारायणपुर, आमता सहित अन्य इलाकों का दौरा किया. डीएम ने सभी सरकारी स्कूलों और कम्यूनिटी हॉल को खाली रखने का निर्देश दिया है. सिंचाई विभाग, आपदा प्रबंधन समूह और सभी ब्लॉक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए सभी को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. 24 घंटे के लिए कंट्रोल रूम खोले जाने का भी फैसला लिया गया है. पेयजल और खाद्य सामग्री एकत्रित करने की व्यवस्था की जा रही है. निचली जगहों पर रहने वाले ग्रामीणों को माइकिंग के जरिये सतर्क किया जा रहा है. मवेशियों को बांध कर रखने की हिदायत दी गयी है. इस बीच, आमता के विधायक सुकांत पाल ने भी ब्लॉक अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए स्थिति का जायजा लिया. मालूम रहे कि आमता विधानसभा क्षेत्र में घोड़ाबेड़िया, चितनान व भाटोरा द्वीप क्षेत्र हैं. ये सभी इलाके मुंडेश्वरी और रूपनारायण नदी से घिरे हुए हैं. ग्रामीण हावड़ा में बाढ़ का सबसे अधिक असर उदयनारायणपुर और आमता में ही होता है.
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