दमदम. दमदम स्थित बंद पड़े जेसॉप कारखाने की जमीन पर अतिक्रमण कर वहां घर बनाने का मामला कुछ दिनों पहले सामने आया था. मामले के सामने आने के बाद बुधवार को भूमि एवं भू-राजस्व विभाग के अधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंचे. जांच करने आये अधिकारियों के अनुसार मिल के गेट नंबर तीन के पास की जमीन खतियान नंबर एक की सरकारी जमीन है. अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि डिगला रोड का घर जेसॉप की जमीन पर बनाया गया था. बीएलआरओ कार्यालय के अधिकारी ने कहा, ”एसडीओ कार्यालय ने जांच के लिए भेजा है. रिपोर्ट एसडीओ कार्यालय को ही भेजी जायेगी. रिकार्ड में देख रहा हूं कि डिगला रोड की जमीन जेसप की जमीन है. जो लोग दावा कर रहे हैं, वे अपने दस्तावेज देंगे. हम अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.’
अधिकारी के बयान के बाद दमदम नगरपालिका के चेयरमैन हरेंद्र सिंह ने जमीन हड़पने के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने दावा किया कि जेसॉप के लोग झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने दावा किया, ”दमदम गर्ल्स स्कूल के सामने वाली जगह कभी भी जेसॉप की नहीं थी. जेसॉप की बहुत कम जगह है. निजी व्यक्तियों के नाम पर कई वर्षों के रिकॉर्ड हैं. बीएलआरओ कार्यालय के अधिकारियों के बयान के बावजूद चेयरमैन हरेंद्र सिंह अपने रुख पर अड़े हुए हैं. उन्होंने कहा, ””””दमदम छावनी नंबर एक खतियान की है और डिगला रोड पर वह घर 30 वर्षों से है.’ उन्होंने दावा किया कि भूमि एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारी सच नहीं बता रहे हैं.180 बीएलआरओ का किया गया तबादला
कोलकाता. अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर कब्जा दिलाने की खबर पाकर नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. ममता बनर्जी के निर्देश के हफ्ते भर के अंदर ही भूमि व भूमि राजस्व विभाग में 180 बीएलआरओ का तबादला किया गया है. 12 जुलाई से बीएलआरओ को उनके कार्यों से मुक्त कर दिया है. इन लोगों को नये विभाग में तुरंत पद संभालने का आदेश दिया गया है. यह जानकारी एक विज्ञप्ति जारी कर दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है