जल समस्या बनी राजनीति का अखाड़ा
पानी की समस्या को लेकर मेयर से मुलाकात की तैयारी राजनीतिक लड़ाई में बदल गयी. 43 नंबर वार्ड पार्षद आमना खातून के नेतृत्व में सोमवार को वार्ड के कुछ लोग आसनसोल नगर निगम पहुंचे. वे मेयर से मिलकर 43 नंबर वार्ड में पानी की समस्या को लेकर उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते थे.
आसनसोल.
पानी की समस्या को लेकर मेयर से मुलाकात की तैयारी राजनीतिक लड़ाई में बदल गयी. 43 नंबर वार्ड पार्षद आमना खातून के नेतृत्व में सोमवार को वार्ड के कुछ लोग आसनसोल नगर निगम पहुंचे. वे मेयर से मिलकर 43 नंबर वार्ड में पानी की समस्या को लेकर उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते थे. इसी बीच 43 नंबर वार्ड के कुछ तृणमूल कांग्रेस समर्थक भी आसनसोल नगर निगम पहुंच गये और उन्होंने माकपा पार्षद आमना खातून का विरोध करना शुरू कर दिया. वे आसनसोल नगर निगम के मुख्य हॉल में ही धरने पर बैठ गये. उनका कहना था कि वामपंथियों का काम ही विरोध प्रदर्शन और शिकायत करना है. इसे लेकर टीएमसी कार्यकर्ता और समर्थक आसनसोल नगर निगम के मुख्य हॉल में ही धरना देने लगे और नारेबाजी करने लगे. इसे लेकर जब माकपा पार्षद आमना खातून से बात की तो उन्होंने कहा कि 43 नंबर वार्ड के कुछ लोगों को साथ लेकर वे आसनसोल नगर निगम के मेयर से मिलने आई थीं. पिछले कई दिनों से उनके वार्ड में पानी की काफी कमी है. इसे लेकर वह मेयर का ध्यान आकर्षित करना चाहती थी लेकिन टीएमसी के कार्यकर्ता और समर्थक जिस तरह से आसनसोल नगर निगम में आकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. वहीं 43 नंबर वार्ड पार्षद के प्रतिनिधि मोहम्मद इमरान आलम ने भी कहा कि जिस तरह से टीएमसी कार्यकर्ता और समर्थक उनके पीछे-पीछे नगर निगम में आ गये और पार्षद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गये इससे साफ जाहिर होता है कि यह राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने सीधे तौर पर टीएमसी नेता रबिउल इस्लाम और शंभू गुप्ता का नाम लिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से 43 नंबर वार्ड के टीएमसी कार्यकर्ताओं को यहां पर पार्षद का विरोध करने के लिए भेजा गया है उससे यह सब जाहिर होता है कि टीएमसी सिर्फ राजनीति करना चाहती है. वह भी पानी जैसे एक बेहद महत्वपूर्ण मुद्दे पर.उन्होंने कहा कि पानी की समस्या सिर्फ 43 नंबर वार्ड की समस्या नहीं है. आसनसोल नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों में पानी की समस्या है. उन्हें भी पता है कि मेयर और वाटर डिपार्टमेंट के अधिकारी पानी की समस्या को दूर करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. लेकिन जिस तरह से नगर निगम के अंदर एक पार्षद का विरोध किया जा रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस बारे में जब तृणमूल नेता शंभू गुप्ता से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि पानी की समस्या कहीं पर है और कहीं पर नहीं है. ज्यादातर क्षेत्रों में पानी की कोई समस्या नहीं है. लेकिन फिर भी माकपा पार्षद के नेतृत्व में कुछ लोग नगर निगम आये ताकि विरोध करके सुर्खियां बटोर सकें. उन्होंने कहा कि वामपंथियों का एकमात्र काम विरोध करना और शिकायत करना है. शंभू गुप्ता ने कहा कि मेयर और नगर निगम के अन्य पदाधिकारी जिस शिद्दत से पानी की समस्या को दूर करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. उसका सबको समर्थन करना चाहिए ना कि इस तरह से राजनीति करने के लिए विरोध करना चाहिए.
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