70 महिलाओं को विरोध-प्रदर्शन के लिए दो-दो हजार रुपये देने का दावाबशीरहाट
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली की घटना के संबंध में एक और कथित वीडियो सामने आया है, जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता यह कहते हुए नजर आ रहा है कि महिलाओं को तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए दो-दो हजार रुपये दिये गये. साथ ही चुनाव में हथियार की जरूरत होने की बात भी कही गयी है.
संदेशखाली का कथित वीडियो 45 मिनट से ज्यादा का है, जिसमें संदेशखाली मंडल अध्यक्ष गंगाधर कयाल ने प्रश्नकर्ता को यह बात कही. पिछले सप्ताह की उस वीडियो में भी कयाल ही थे, जिन्होंने कहा था कि बलात्कार के आरोप मनगढ़ंत हैं. हालांकि प्रभात खबर वायरल वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है. शनिवार रात सामने आये नये कथित वीडियो में कयाल यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि शेख के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने के लिए 70 महिलाओं को दो-दो हजार रुपये दिये गये थे. साथ ही चुनाव में हथियार की जरूरत की बात भी कही गयी है.
वीडियो में कयाल कहते नजर आ रहे हैं- हमें 50 बूथ के लिए 2.5 लाख रुपये नकद की आवश्यकता होगी. यहां 30 प्रतिशत प्रदर्शनकारी महिलाएं होंगी, हमें यहां अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों को भी भुगतान कर खुश रखना होगा. किसी भी स्थिति में महिलाएं सबसे आगे रहकर पुलिस से मुकाबला करेंगी. कथित वीडियो पर टिप्पणी के लिए कयाल से संपर्क नहीं किया जा सका, लेकिन भाजपा ने इसे फर्जी करार दिया है. तृणमूल प्रवक्ता रिजु दत्ता ने कहा कि संदेशखाली पर भाजपा की फर्जी कहानी का सच सामने आ रहा है. पिछले कुछ दिनों में संदेशखाली की महिलाओं के कई कथित वीडियो सामने आये हैं और तृणमूल ने उन्हें साझा किया है.
संदशखाली का पहला वीडियो चार मई को सामने आया था, जिसमें कयाल यह कहते हुए नजर आ रहे थे कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के कहने पर ही महिलाओं ने विरोध किया था और इस पूरे प्रकरण की साजिश भी उन्होंने ही रची थी.
दूसरे वीडियो में दावा किया गया कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने कई महिलाओं से सादे कागज पर हस्ताक्षर कराये और बाद में तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बलात्कार व यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने के लिए मजबूर किया गया. एक अन्य वीडियो में बशीरहाट लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार व संदेशखाली घटनाओं की प्रदर्शनकारी रेखा पात्रा ने दावा किया कि जिन बलात्कार पीड़िताओं को राष्ट्रपति से मिलने के लिए ले जाया गया था, वह उन्हें नहीं जानती थीं. इधर, राज्य में भाजपा के प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल चुनाव से पहले हवा बदलने के लिए फर्जी वीडियो का इस्तेमाल कर रही है. तृणमूल को राष्ट्रीय महिला आयोग और संदेशखाली की महिलाओं की गरिमा का जरा भी ख्याल नहीं है. जारी किये गये सभी वीडियो फर्जी हैं और उन्हें संपादित किया गया है.
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