शुभेंदु अधिकारी ने की दुर्गापूजा तक राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती की अपील
विपक्ष के नेता ने पीड़ित भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राज्यपाल से की मुलाकात
विपक्ष के नेता ने पीड़ित भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राज्यपाल से की मुलाकात कोलकाता. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ”पीड़ित” भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन में राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस से मुलाकात की. रविवार शाम को शुभेंदु को राजभवन के अंदर ”हमले से पीड़ित” कार्यकर्ताओं की तस्वीरों के साथ भी बैठे देखा गया. जिन लोगों पर हमला किये गये, उन पीड़ितों के नाम मिलान के बाद शुभेंदु के साथ आये पुरुषों और महिलाओं को राजभवन में प्रवेश दिया गया. उन्हें संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उन्हें कुल 1025 शिकायतें मिली हैं. 10-15 हजार लोग घर से भागे हुए हैं. हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है, लोग भयभीत हैं. मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने बांग्ला में कहा : कलकत्ता हाइकोर्ट ने एक आदेश दिया है. कोर्ट इस बात से हैरान है कि राज्यपाल नजरबंद हैं. क्योंकि, जिन लोगों पर हिंसा हुई, वे राज्यपाल से नहीं मिल सके. मैं नेताजी, रवींद्रनाथ, स्वामी विवेकानंद की शपथ लेता हूं, मैं हिंसा के खिलाफ अंत तक लड़ूंगा. इसके अलावा, शुभेंदु ने राज्यपाल को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि दुर्गापूजा तक केंद्रीय सेना बंगाल में ही रहनी चाहिए, ताकि हिंसा को नियंत्रित किया जा सके. राजभवन से निकलने के बाद शुभेंदु ने कहा : मैंने राज्यपाल से कहा कि बंगाल में लोकतंत्र के सभी चार स्तंभ प्रभावित हैं. पांच हजार से अधिक लोगों के राशन कार्ड छीन व उनके मवेशियों को भी छीना गया है. उनके मकान तोड़े जा रहे हैं. ध्यान रहे कि शुभेंदु शनिवार को चुनाव बाद हिंसा के पीड़ितों से मिलने कूचबिहार गये थे. वहां उन्होंने कहा था कि वह कोलकाता लौटने के बाद रविवार को राजभवन जायेंगे. दरअसल, राज्य के विपक्षी नेता इसलिए कोर्ट गये, क्योंकि वे पहले ”पीड़ितों” के साथ राजभवन नहीं जा सके थे. इसके बाद उन्होंने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट ने शुभेंदु को दोबारा राजभवन में जाने की इजाजत दी.
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