पश्चिम बंगाल : उत्तर 24 परगना के बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह को बैरकपुर से टिकट नहीं दिये जाने से तृणमूल से नाराज होकर भाजपा में वापसी करने वाले हैं. वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे. मालूम रहे कि 2016 में वह भाटपाड़ा से तृणमूल से विधायक थे. 2019 में भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गये थे, लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल में शामिल हो गये थे. अर्जुन सिंह को उम्मीद थी कि उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट मिलेगा लेकिन उनका टिकट काट दिया गया. तृणमूल ने तृणमूल उम्मीदवार के रूप में पार्थ भौमिक के नाम की घोषणा की है. इससे सांसद अर्जुन सिंह बागी हो गये है.
अर्जुन सिंह ने कहा, वह तृणमूल के लिए अनवांटेड हैं
अर्जुन सिंह ने तृणमूल के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने कहा कि तृणमूल ने उनका डेढ़ साल बर्बाद किया. तृणमूल में अब उनकी जरूरत नहीं है. उन्हें भरोसा दिलाकर धोखा दिया गया. वह फिलहाल तृणमूल के लिए अनवांटेड हैं. उनका इस्तेमाल कर उन्हें फेंका दिया गया. श्री सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल हो रहे है. अगर उन्हें यह पहले पता होता कि तृणमूल उनके साथ ऐसा करेगी, तो वह तृणमूल में आते ही नहीं. वह बैरकपुर से ही भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
सीएए लागू होने से खुशी है, यह मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक
सीएए लागू होने को लेकर पूछने पर श्री सिंह ने कहा कि सीएए के समर्थन में उन्होंने संसद में वोट दिया था और उन्हें खुशी है कि यह लागू हुआ. यह एक ऐतिहासिक फैसला है. उन्होंने कहा कि मतुआ समाज के लोगों की लंबे समय की लड़ाई खत्म हुई. पहले उनके लिए रिफ्यूजी शब्द का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब यह शब्द का इस्तेमाल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मोदी जी का यह मास्टर स्ट्रॉक है. इससे हमलोग खुश है.