आसनसोल में आइटी क्षेत्र में भारी संभावनाएं
आइटी संबंधित गतिविधियों को राज्य मुख्यालय से निकाल कर आसनसोल तक विस्तार देने के लक्ष्य को केंद्र कर राज्य सरकार की एजेंसी वेबेल ने निवेशकों के संग बैठक की तथा इस क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं का चर्चा कर हर सहयोग का आश्वासन दिया. आसनसोल. सूचना तकनीक (आइटी) क्षेत्र के तकनीकी उन्नयनमूलक कार्यो की जानकारी देने […]
आइटी संबंधित गतिविधियों को राज्य मुख्यालय से निकाल कर आसनसोल तक विस्तार देने के लक्ष्य को केंद्र कर राज्य सरकार की एजेंसी वेबेल ने निवेशकों के संग बैठक की तथा इस क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं का चर्चा कर हर सहयोग का आश्वासन दिया.
आसनसोल. सूचना तकनीक (आइटी) क्षेत्र के तकनीकी उन्नयनमूलक कार्यो की जानकारी देने एवं शिल्पांचल के उद्यमियों को आइटी संबंधित गतिविधियों में सहभागिता करने के उददेश्य से केएसटीपी स्थित वेबेल आइटी पार्क स्थित ऑडिटोरियम हॉल में शुक्रवार को बैठक आयोजित की गयी. इसमें राज्य के आइटी आयुक्त सह वेबेल के निदेशक कौशिक हलदार, महाप्रबंधक (इस्टर्न रीजन) नासकॉम निरूपम चौधरी, सलाहकार (आइटी प्रमोशन सेल) स्वरूप राय, वेबेल इंफोर्मेटिक्स के हेड प्रदीप मुखर्जी, उपमहाप्रबंधक मानस दास, कार्यकारी वित्त निदेशक (वेबेल) अनिंदय चटर्जी, साउथ बंगाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (फॉस्बेक्की) के महासचिव सुब्रत दत्त आदि उपस्थित थे.
वेबेल के निदेशक श्री हलदर ने कहा कि आइटी संबंधित कार्यो और आइटी क्षेत्र की गतिविधियों को सिर्फ कोलकाता या सेक्टर पांच तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता है. इसे राज्य मुख्यालय से बाहर निकाल कर हर शहर और हर गांव तक पहुंचाने का लक्ष्य है. तेजी से विकसित होते भारत के 42 वें शहर आसनसोल में आइटी और इससे जुडे क्षेत्रों में उन्नयन की असीम संभावनाएं हैं.
उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं तकनीकी आधुनिकता के इस युग में पहुंचने में मानव समाज को लंबा सफर तय करना पड़ा है. हर युग में विज्ञान के एक नये आविष्कार ने गरमी, ठंडक, भूख, रोग एवं प्राकृतिक आपदाओं से जूझते मनुष्य के जीवन यापन को सहज, सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बना दिया. आग, पहिया, वाष्प इंजन और विद्युत की खोज ने मनुष्य की दुनिया ही बदल दी. माइक्रो चिप के आविष्कार के साथ वैश्विक स्तर पर आधुनिक युग का शुभारंभ हुआ है. उन्होंने कहा कि 70 के दशक में रेल टिकट लेना अब की तरह आसान नहीं था.आइआरसीटीसी से आसानी से दो माह पहले का रेल टिकट आरक्षित किया जा सकता है. यह आइटी का ही कमाल है.
दक्षिण कोरिया, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, हांगकांग, चीन, जापान जैसे उन्नत देशों में लोग अपने कार्यालय, घर और वाहनों के एसी, इलेक्ट्रिकल सामानों को 200 किलोमीटर दूर से ऑपरेट कर सकते हैं. यह आइटी का ही कमाल है. आइटी और आइडिया का प्रयोग कर कुछ लोग शून्य लागत से महीने में लाखों रूपये उपाजर्न कर रहे हैं.
लोगों को यातायात परिसेवा देने वाली ओला और कूबेर कंपनी की अपनी गाडियां, ड्राइवर नहीं हैं परंतु वे आइटी और आडिया का प्रयोग कर न्यूनतम लागत में लाखों करोडों का कारोबार कर रहे हैं. आने वाले समय में आइटी के सहयोग के बिना व्यवसाय और उद्योग के संचालन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है. कल कारखानों और फैक्टरियों में उत्पादन कार्यो में मनुष्य की जगह मशीनें ले लेंगी. उन्होंने कहा कि बरजोडा और पुरूलिया में आइटी पार्क का संचालन हो रहा है.
आसनसोल शिल्प स्थली है. जहां कई उच्च आइटी एवं इंजीनियरिंग संस्थानों में बडी संख्या में प्रोफेशनल आइटी लोगों की संख्या बढ़ रही है. सभी रोजगार के लिए कोलकाता, हैदराबाद नहीं जा सकते हैं. उन्हें आसनसोल के आइटी पार्क में मौके मिलेंगे. जिसके लिए ढांचागत व्यवस्थाओं के लिए शिल्पांचल के पूंजिपतियों को आगे आना होगा और आइटी क्षेत्र में निवेश करना होगा.क्योंकि आनेवाले समय में आइटी और इससे जुड़े क्षेत्रों में उद्योग धंधों की असीम संभावनाएं हैं.
व्यवसायियों से की बातचीत
व्यवसायियों से बातचित के क्रम में आइटी प्रमोशन सेल के एडवाइजर श्री राय ने आसनसोल आइटी पार्क में उपलब्ध मोडूल एवं सुविधाओं के बारे में एलक्ष्डी स्क्रिन के माध्यम से जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि वेबेल नोडल एजेंसी है जो आइटी और आइटी से संबंधित तकनीकी विषयों को बढ़ावा देती है. उन्होंने बताया कि आसनसोल के आइटी पार्क में हाइटेक इंटरनेट सुविधा के साथ कुल 38 एसी और नन एसी मोडूल हैं. आसनसोल में स्वास्थ्य केंद्र, बैंकिंग, वित्त, इंश्यूरेंस आदि परिसेवाओं की सहज सुलभता के कारण आइटी पार्क आसनसोल में आइटी परिसेवाओं क े उज्जवल भविष्य की संभावनाएं हैं.
आसनसोल को आइटी हब में परिणत करने में अग्रसर राज्य सरकार की तरफ से शहर के ढांचागत विस्तार एवं तकनीकी मानकों के विकास में अहम मदद की जायेगी. आइटी पार्क में उपलब्ध संसाधनों में क्लाउड कंप्यूटिंग, ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया सुविधा, हेल्थ केयर, सरकारी प्रोजेक्ट, साइबर सेक्युरिटी की सुविधाएं होंगी.
आइटी सेक्टर में व्यवसाय आरंभ करने वालों को दक्षता हासिल करने में वेबेल तकनीकी सहयोग करेगी. सरकार की तरफ से दिये जाने वाले प्रोत्साहन स्कीमों के बारे में भी जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि आइटी पार्क आसनसोल में अब तक तीन कंपनियां आ चुकी हैं. चार नयी कंपनियों ने आने का प्रस्ताव दिया है. अवसर पर पवन गुटगुटिया, आरएन यादव सहित शिल्पांचल के कई व्यवसायी उपस्थित थे.